बड़ी खबरें
भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा टकराव अब एक खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। दोनों देश ‘एस्केलेशन लैडर’ यानी संघर्ष की सीढ़ी के चौथे पायदान पर हैं। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि अब सिर्फ तीन स्टेप और बाकी हैं, जिसके बाद स्थिति पूर्ण युद्ध तक जा सकती है।
क्या है ‘एस्केलेशन लैडर’?
‘एस्केलेशन लैडर’ या तनाव की सीढ़ी एक ऐसा मॉडल है, जिसके जरिए यह समझा जाता है कि दो देशों के बीच बढ़ता संघर्ष किस दिशा में जा रहा है। इस थ्योरी को अमेरिकी मिलिट्री स्ट्रैटजिस्ट हर्मन कान ने 1965 में पेश किया था। मूल रूप से इसमें 44 स्तर बताए गए थे, लेकिन आज के सैन्य विशेषज्ञ इसे मुख्य रूप से 7 स्टेप्स में समझते हैं—आखिरी स्टेज पूर्ण युद्ध और सर्वनाश की ओर इशारा करती है।
17 दिनों में भारत-पाक चढ़ चुके हैं चार चरण:
स्टेप 1: आतंकी हमला – संघर्ष की शुरुआत
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमला हुआ। भारत ने आरोप लगाया कि इसके पीछे पाकिस्तान समर्थित आतंकी गुटों का हाथ है।
स्टेप 2: डिप्लोमैटिक एक्शन
23 अप्रैल को भारत ने कड़ा रुख अपनाते हुए पाकिस्तान के साथ कूटनीतिक रिश्तों में कटौती की। वाघा बॉर्डर बंद करने, सिंधु जल संधि रद्द करने जैसे 5 बड़े कदम उठाए गए। पाकिस्तान ने भी पलटवार किया।
स्टेप 3: सैन्य तैनाती और धमकियां
दोनों देशों ने सीमाओं पर सैन्य तैनाती बढ़ा दी। पाकिस्तान की ओर से परमाणु हमले की धमकियां सामने आईं। मिसाइल परीक्षण और युद्धाभ्यास शुरू हुए।
स्टेप 4: एयर स्ट्राइक और जवाबी हमले
7 मई को भारत ने PoK समेत पाकिस्तान में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। अगले दिन पाकिस्तान ने भारत के 15 सैन्य ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन से हमले किए, जिन्हें भारतीय सेना ने S-400 डिफेंस सिस्टम से विफल कर दिया।
क्या शुरू हो चुकी है जंग?
रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, अभी तक पूर्ण युद्ध की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन हालात उसी दिशा में बढ़ रहे हैं।रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल रामेश्वर रॉय कहते हैं, "कोई देश औपचारिक रूप से युद्ध का ऐलान नहीं करता, लेकिन जब दोनों ओर से सैन्य कार्रवाई तेज हो जाती है, तो जंग की स्थिति बन जाती है।"
रिटायर्ड एयर वाइस मार्शल ओम प्रकाश तिवारी का मानना है, "फिलहाल हालात जंग जैसे हैं, लेकिन जंग नहीं। भारत ने अब तक संयम बरता है।"
लेफ्टिनेंट जनरल संजय कुलकर्णी (रिटायर्ड) के अनुसार, "भारत ने सीधे जंग नहीं छेड़ी, लेकिन पाकिस्तान लगातार उकसाने की कोशिश कर रहा है।"
पूर्ण युद्ध क्या होता है?
युद्ध की परिभाषा के अनुसार, जब किसी देश का मकसद विरोधी देश को अपनी शर्तें मानने पर मजबूर करना हो, तो उसे पूर्ण युद्ध कहा जाता है।
जब थल, वायु और नौसेना तीनों सैन्य अंग सक्रिय हो जाते हैं, तब इसे फुल स्केल वॉर माना जाता है।
1999 का कारगिल युद्ध एक सीमित जंग थी, लेकिन मौजूदा हालात तेजी से पूर्ण युद्ध की ओर बढ़ते दिख रहे हैं।
युद्ध और ऑपरेशन में क्या फर्क?
जंग: बड़े पैमाने पर हमला, इलाके पर कब्जा, निरंतर बमबारी और फाइटर जेट्स से हमला।
ऑपरेशन: सीमित लक्ष्य, जैसे किसी आतंकी कैंप को खत्म करना। यह सोच-समझकर किया जाता है और कोलैटरल डैमेज से बचा जाता है।
जंग में आम नागरिक भी प्रभावित होते हैं, जबकि ऑपरेशन खास निशानों को निशाना बनाता है।
क्या पूर्ण युद्ध निकट है?
स्थिति फिलहाल चौथे स्टेज पर है, लेकिन अगर सैन्य कार्रवाई और जवाबी हमले जारी रहे तो संघर्ष पांचवें स्टेज यानी पूर्ण युद्ध की ओर जा सकता है। इसके बाद दो और स्टेप्स होंगे—जिसमें परमाणु हथियारों का इस्तेमाल और अंततः सर्वनाश शामिल है।
Baten UP Ki Desk
Published : 9 May, 2025, 1:20 pm
Author Info : Baten UP Ki