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आखिर भारत ने क्यों चुनी 'मिसाइल स्ट्राइक'...अब क्या करेगा पाकिस्तान?

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22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई। इस जघन्य हमले के 15 दिन बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए मंगलवार आधी रात के बाद 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल स्ट्राइक की। यह ऑपरेशन भारतीय वायुसेना ने अंजाम दिया और इस दौरान SCALP-EG क्रूज मिसाइल और हैमर बमों का इस्तेमाल किया गया। इस हमले में 100 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की खबर है। पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) ने पुष्टि की है कि भारत ने 24 मिसाइलें दागीं। पीएम नरेंद्र मोदी इस पूरे ऑपरेशन की रातभर निगरानी करते रहे।

क्यों चुना गया मिसाइल स्ट्राइक का विकल्प?

भारत ने पहलगाम हमले के जवाब में मिसाइल स्ट्राइक को इसलिए प्राथमिकता दी, क्योंकि यह विकल्प सर्जिकल और एयर स्ट्राइक की तुलना में अधिक सटीक, घातक और सुरक्षित है। रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह की स्ट्राइक्स में निम्नलिखित फायदे होते हैं:

  • अत्यंत सटीकता: SCALP-EG जैसी क्रूज मिसाइलें कम ऊंचाई पर तेज गति से उड़ती हैं, जिससे इन्हें ट्रैक करना और रोकना बेहद कठिन होता है।
  • सीमित कोलैटरल डैमेज: टारगेट के ठीक ऊपर जाकर विस्फोट करती हैं, जिससे आसपास के नागरिक इलाकों को नुकसान नहीं होता।
  • सैनिकों की सुरक्षा: इस तरह के हमले भारतीय सीमा के भीतर रहकर किए जा सकते हैं। सर्जिकल स्ट्राइक में कमांडोज के पकड़े जाने और एयर स्ट्राइक में फाइटर जेट के गिरने का खतरा होता है, जो यहां नहीं है।

ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ उन महिलाओं को समर्पित है जिनके पतियों को इस आतंकी हमले में मार दिया गया था।

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और आगे की संभावना

पाकिस्तान ने इस हमले को "एक्ट ऑफ वॉर" यानी युद्ध की कार्रवाई करार दिया है और जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान की कमजोर आर्थिक हालत और अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण वह सीमित प्रतिक्रिया तक ही सीमित रहेगा। ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) के विश्लेषक विवेक मिश्र के अनुसार, “पाकिस्तान के पास लंबी जंग लड़ने का संसाधन नहीं है — न गोला-बारूद और न ही आर्थिक सामर्थ्य। इसलिए वह युद्ध की दिशा में नहीं जाएगा।”

भारत की पूर्व जवाबी कार्रवाइयों की झलक

1. उरी हमला और सर्जिकल स्ट्राइक (2016):

18 सितंबर 2016 को उरी सेक्टर में हुए आतंकी हमले में 13 भारतीय जवान शहीद हुए। भारत ने 28 सितंबर को PoK में आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक कर इसका बदला लिया। इसमें 9 पैरा और 4 पैरा स्पेशल फोर्स के कमांडोज़ ने भाग लिया और आतंकियों के लॉन्च पैड तबाह कर दिए।

2. पुलवामा हमला और बालाकोट एयर स्ट्राइक (2019):

14 फरवरी 2019 को पुलवामा में CRPF काफिले पर आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हुए। जवाब में भारत ने 26 फरवरी को 'ऑपरेशन बंदर' के तहत बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंप पर एयर स्ट्राइक की। इसमें सैकड़ों आतंकी मारे गए। जवाब में पाकिस्तान ने हमला किया, जिसमें विंग कमांडर अभिनंदन का जेट गिरा और वह पकड़े गए। हालांकि भारत के कूटनीतिक दबाव के बाद उन्हें सुरक्षित लौटाया गया।

मिसाइल स्ट्राइक के जरिए भारत ने दिखाई रणनीतिक बढ़त

'ऑपरेशन सिंदूर' भारत की अब तक की सबसे सटीक और दूर से मार करने वाली जवाबी कार्रवाइयों में से एक माना जा रहा है। यह कार्रवाई दिखाती है कि भारत अब रणनीतिक और तकनीकी रूप से कहीं ज्यादा तैयार और आक्रामक है। आने वाले दिनों में इस ऑपरेशन के अंतरराष्ट्रीय प्रभाव और पाकिस्तान की अगली प्रतिक्रिया पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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