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ये हैं 'ऑपरेशन सिंदूर' की शेरनियां...जिन्होंने दुनिया को दिए पाकिस्तानी आतंक के सबूत!

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भारत ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि आतंक का जवाब अब सिर्फ शब्दों से नहीं, सटीक कार्रवाई से दिया जाएगा। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 6-7 मई की आधी रात भारत ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की, जिसमें दो बड़े आतंकी अड्डे पूरी तरह तबाह कर दिए गए। इस अभूतपूर्व सैन्य कार्रवाई की जानकारी साझा करने के लिए भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने आज एक प्रेस ब्रीफिंग की। इन दो जांबाज महिला अधिकारियों ने पूरी दुनिया को बताया कि भारत अब आतंक की जड़ों पर वार कर रहा है।

कर्नल सोफिया कुरैशी: संचार की मास्टर, युद्धक्षेत्र की अनुभवी

भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी आर्मी की सिग्नल कोर में सेवा देती हैं और युद्ध के दौरान कम्युनिकेशन मैनेजमेंट की विशेषज्ञ मानी जाती हैं। उनके पास देश और दुनिया के कई कठिन मिशनों का अनुभव है:

  • कांगो मिशन (2006): संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के तहत महिलाओं और बच्चों को हिंसा से बचाने के लिए सैन्य टीचर की भूमिका में रहीं।

  • ऑपरेशन पराक्रम (2001-02): पंजाब सीमा पर तैनाती के दौरान अनुकरणीय सेवा के लिए GOC-in-C प्रशस्ति पत्र से सम्मानित।

  • पूर्वोत्तर भारत में बाढ़ राहत: आपदा के दौरान संचार व्यवस्था को संभालने के लिए सिग्नल ऑफिसर-इन-चीफ से विशेष सम्मान प्राप्त।

प्रेस वार्ता में कर्नल सोफिया ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “यह ऑपरेशन सिर्फ बदला नहीं, एक संदेश है – भारत अब आतंक की बुनियाद तक जाकर कार्रवाई करेगा।”

विंग कमांडर व्योमिका सिंह: हौसलों की उड़ान, आसमान की सरताज

विंग कमांडर व्योमिका सिंह भारतीय वायुसेना की स्पेशलिस्ट हेलिकॉप्टर पायलट हैं। वो 21 वर्षों से सेवा में हैं और चेतक व चीता जैसे अत्याधुनिक हेलिकॉप्टरों को दुर्गम पहाड़ी इलाकों में ऑपरेट कर चुकी हैं।

उनकी खास उपलब्धियां:

  • स्कूल से तय किया रास्ता: जब छठी कक्षा में उन्हें अपने नाम ‘व्योमिका’ (अर्थ: आकाश में उड़ने वाली) का मतलब पता चला, तब से उन्होंने तय कर लिया कि उन्हें एयरफोर्स जॉइन करनी है।

  • NCC से वायुसेना तक: NCC के जरिये उन्होंने पायलट बनने की दिशा में कदम बढ़ाया और शॉर्ट सर्विस कमीशन से IAF में शामिल हुईं।

  • 2500+ फ्लाइट आवर्स: जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर और अरुणाचल जैसे कठिन इलाकों में ऑपरेशन किए।

  • 2020 में अरुणाचल में रेस्क्यू मिशन: दुर्गम पहाड़ों में राहत और बचाव का अभियान लीड किया।

  • 2021 में माउंट मणिरंग पर महिला पर्वतारोहण अभियान में हिस्सा लिया (ऊंचाई – 21,650 फीट)।

प्रेस कांफ्रेंस में व्योमिका ने कहा, “हमारी तैयारी सिर्फ जवाब देने के लिए नहीं, आतंक को जड़ से मिटाने के लिए है।”

नारी शक्ति की गूंज, सीमा के पार तक

'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता के साथ-साथ यह प्रेस ब्रीफिंग इस बात का प्रमाण है कि आज की भारतीय सेना और वायुसेना में महिलाएं न केवल कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं, बल्कि सबसे आगे खड़ी होकर नेतृत्व कर रही हैं। कर्नल सोफिया और विंग कमांडर व्योमिका जैसी अधिकारी देश की बेटियों के लिए प्रेरणा हैं और यह संदेश देती हैं कि जब बात देश की रक्षा की हो, तो कोई भी सीमा – चाहे वो भौगोलिक हो या सामाजिक – महिलाओं को नहीं रोक सकती।

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