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कौन है साइबर क्राइम का अदृश्य चेहरा? इनके निशाने पर क्यों हैं मरे हुए लोग?

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दुनिया में हर दिन साइबर क्राइम के नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं, और अब ठगी का खेल एक अजीब लेकिन चौंकाने वाले मोड़ पर पहुंच गया है। स्कैमर्स ने इस बार जिंदा लोगों को नहीं, बल्कि उन लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है जो अब इस दुनिया में नहीं हैं। क्या यह सुनने में अजीब लगता है? बिल्कुल। लेकिन यही आज की हकीकत है। एक खतरनाक गैंग, जिसे 'भुतहा हैकर्स' के नाम से जाना जा रहा है, बड़ी ही चालाकी से मरे हुए लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट्स का इस्तेमाल कर रही है। सवाल उठता है, ये कैसे संभव है और इसका मकसद क्या है? आइए, इस अनोखे और खतरनाक साइबर क्राइम की तह तक पहुंचें।

क्या हैं 'भुतहा हैकर्स'?

'भुतहा हैकर्स' (Ghost Hackers) वे साइबर अपराधी हैं, जो मरे हुए लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट को हैक करते हैं। इनका मकसद इन अकाउंट्स का इस्तेमाल कर ठगी करना और निजी जानकारी चुराना है। स्कैमर्स मरे हुए व्यक्ति के नाम से उनके जानने वालों या अजनबियों से संपर्क करते हैं और पैसों की मांग करते हैं।

कैसे काम करती है यह गैंग?

  • सोशल मीडिया अकाउंट्स को निशाना बनाना:

स्कैमर्स पहले मरे हुए व्यक्ति के सोशल मीडिया अकाउंट का एक्सेस हासिल करते हैं। इसके बाद वे उनकी पहचान का इस्तेमाल कर फ्रॉड को अंजाम देते हैं।

  • चालाकी से जाल बिछाना:

हैकर्स ऐसे लोगों को निशाना बनाते हैं, जिनका मरे हुए व्यक्ति से सीधा कोई संबंध नहीं होता। वे सोशल मीडिया के जरिये जान-पहचान बनाकर भरोसा जीतते हैं और फिर ठगी शुरू करते हैं।

  • गायब हो जाना:

एक बार स्कैम को अंजाम देने के बाद यह गैंग तुरंत गायब हो जाती है, जिससे इन्हें पकड़ पाना मुश्किल हो जाता है।

ऐसे स्कैम से कैसे बचें?

  1. सोशल मीडिया अकाउंट को सुरक्षित करें:
    किसी व्यक्ति के निधन के बाद उनके सोशल मीडिया अकाउंट को सुरक्षित करना सबसे जरूरी है।

  2. 'Memorialization' सेटिंग्स का इस्तेमाल करें:

  • फेसबुक पर:

Memorialize: मरे हुए व्यक्ति का अकाउंट यादगार बनाने के लिए किसी नॉमिनी को चुनें।

Delete Account: अकाउंट को पूरी तरह डिलीट कर दें।

  • इंस्टाग्राम पर:

इंस्टाग्राम भी 'Memorialization' फीचर प्रदान करता है, जिससे अकाउंट को सुरक्षित किया जा सकता है।

लिगेसी कॉन्टैक्ट चुनें:

फैमिली मेंबर, दोस्त, या किसी भरोसेमंद व्यक्ति को लगेसी कॉन्टैक्ट बनाएं, ताकि जरूरत पड़ने पर अकाउंट का प्रबंधन हो सके।

भविष्य में सतर्क रहे-

भुतहा हैकर्स जैसे स्कैम से बचाव के लिए जरूरी है कि आप अपने डिजिटल जीवन को सुरक्षित रखें। मरे हुए व्यक्ति के सोशल मीडिया अकाउंट का प्रबंधन करना न केवल सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि ठगी के ऐसे मामलों को रोकने में भी मददगार साबित होता है।

आपका डेटा, आपकी जिम्मेदारी-

हर व्यक्ति को अपने सोशल मीडिया अकाउंट की सुरक्षा सेटिंग्स का समय-समय पर जायजा लेना चाहिए। याद रखें, सतर्कता ही सुरक्षा है।

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