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भारत को मिला पहला स्वदेशी बहुभाषी AI मॉडल! इन चुनौतियों का करेगा सामना

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भारत ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए देश का पहला स्वदेशी भाषा आधारित मल्टीमॉडल वृहद भाषा मॉडल (LLM) "भारतजेन" लॉन्च किया है। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस क्रांतिकारी प्लेटफॉर्म का शुभारंभ किया। "भारतजेन" का उद्देश्य भारत की भाषाई विविधता और सांस्कृतिक धरोहर को ध्यान में रखते हुए ऐसा एआई मॉडल तैयार करना है जो नैतिक, समावेशी, बहुभाषी हो और भारतीय मूल्यों में गहराई से रचा-बसा हो।

तकनीक और संस्कृति का संगम

यह मॉडल राष्ट्रीय अंतःविषयी साइबर-भौतिक प्रणाली मिशन के तहत विकसित किया गया है और इसे आईआईटी बॉम्बे में टीआईएच फाउंडेशन फॉर IoT एंड IoE के माध्यम से कार्यान्वित किया गया है। इस पहल को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (DST) का सहयोग प्राप्त है और इसमें भारत के अग्रणी शैक्षणिक संस्थान, विशेषज्ञ और नवप्रवर्तक शामिल हैं।

तीन इनपुट मोड, 22 भाषाओं में समाधान

"भारतजेन" एक मल्टीमॉडल प्लेटफॉर्म है, जो पाठ (text), भाषण (speech) और छवि (image) तीनों इनपुट प्रकारों को प्रोसेस करने में सक्षम है। यह देश की 22 भारतीय भाषाओं में निर्बाध संवाद और अनुवाद की सुविधा प्रदान करता है, जिससे भाषाई दीवारें अब डिजिटल युग में बाधा नहीं बनेंगी।

सेक्टर-विशिष्ट एआई समाधान

इस प्लेटफॉर्म का उपयोग केवल भाषा तक सीमित नहीं रहेगा। "भारतजेन" स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, कृषि और शासन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सेक्टर-विशिष्ट एआई समाधान उपलब्ध कराएगा। यह नागरिकों की स्थानीय जरूरतों को समझेगा और उसी के अनुसार उन्हें सेवाएं प्रदान करेगा।

डॉ. जितेंद्र सिंह का वक्तव्य

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा,

"भारतजेन एक ऐसा राष्ट्रीय मिशन है जो न केवल भारत की भाषाई विविधता को तकनीक से जोड़ता है, बल्कि एआई को भारतीय समाज के अनुरूप बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह भारत को एआई के क्षेत्र में आत्मनिर्भर और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाएगा।"

देशज तकनीक से भाषाई AI में आत्मनिर्भरता की ओर बड़ा कदम

"भारतजेन" के माध्यम से भारत ने दिखा दिया है कि तकनीक केवल आयात करने की चीज नहीं, बल्कि देशज नवाचार के बल पर विकसित भी की जा सकती है। यह मॉडल भारत के डिजिटल भविष्य को लोकल भाषा में वैश्विक स्तर तक पहुंचाने की दिशा में एक सशक्त कदम है।

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