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तकनीक ने एक बार फिर दिखा दिया कि अगर सही दिशा में इस्तेमाल किया जाए, तो वह असंभव को भी संभव बना सकती है। इटली के दुर्गम कॉटियन आल्प्स में लापता एक हाइकर को इंसान 10 महीने तक नहीं ढूंढ सके — लेकिन AI ने सिर्फ 3 दिन में उसका शव खोज निकाला, वो भी उस इलाके में जहां पहुंचना तक मुश्किल है।
64 साल का हाइकर सितंबर 2024 से था लापता
डॉ. निकोला इवाल्डो, एक अनुभवी हाइकर, सितंबर 2024 में मॉनविसो चोटी की ट्रेकिंग पर निकले थे, लेकिन वापस नहीं लौटे। 183 हेक्टेयर के पहाड़ी इलाके में महीनों तक तलाशी अभियान चला, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
फिर आया AI का कमाल
तब इटली की राष्ट्रीय एल्पाइन और स्पेलियोलॉजिकल रेस्क्यू टीम (CNSAS) ने AI तकनीक की मदद लेने का फैसला किया। 29 जुलाई को ड्रोन से 50 मीटर की ऊंचाई से करीब 2600 तस्वीरें ली गईं। फिर एक AI सॉफ्टवेयर ने उन तस्वीरों का एनालिसिस किया। AI ने कुछ संदिग्ध स्पॉट्स को हाइलाइट किया — खासकर एक जगह लाल रंग के पिक्सल्स।
हेलमेट की मदद से पहचान
AI द्वारा हाइलाइट किए गए स्थान पर जब टीम 31 जुलाई को पहुंची, तो वहां हाइकर का शव मिला। लाल पिक्सल्स असल में हाइकर के हेलमेट के थे। टीम के ऑपरेटर सवेरो इसोला और जियोर्जियो वियाना ने कहा कि AI ने जिस तेजी और सटीकता से संकेत दिए, वह इंसानी आंखों के लिए मुश्किल था।
पहाड़ों में रेस्क्यू के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती है AI
CNSAS का मानना है कि इस घटना ने AI की संभावनाओं को एक नई दिशा दी है। AI और ड्रोन टेक्नोलॉजी मिलकर ऐसे हादसों में फंसे लोगों को जल्दी तलाश सकती हैं और जान बचा सकती हैं। "यह तकनीक पहाड़ी रेस्क्यू का भविष्य बदल सकती है," इसोला ने कहा। AI को अक्सर नौकरियों की दुश्मन या निगरानी टूल के रूप में देखा जाता है। लेकिन इस घटना ने साबित कर दिया कि जब इसका इस्तेमाल मानवता के हित में किया जाए — तो यह जिंदगी खोज सकती है, या कम से कम उसका जवाब।
Baten UP Ki Desk
Published : 5 August, 2025, 6:09 pm
Author Info : Baten UP Ki