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हर साल 16 मई को भारत में नेशनल डेंगू डे मनाया जाता है। इसका उद्देश्य है लोगों को डेंगू बुखार के प्रति जागरूक करना और इसके रोकथाम के उपायों को बढ़ावा देना। डेंगू एक मच्छर जनित वायरल संक्रमण है, जो मुख्य रूप से एडीज इजिप्टी प्रजाति के मच्छर के काटने से फैलता है।
डेंगू के बारे में फैली गलतफहमियों को करें दूर
यह बीमारी खासकर मानसून सीज़न में तेजी से फैलती है, जब मच्छरों के लिए स्थिर और साफ पानी में प्रजनन के अनुकूल वातावरण बनता है। हालांकि, लोगों के बीच डेंगू को लेकर कई मिथक प्रचलित हैं, जो अक्सर उन्हें भ्रमित करते हैं और सही दिशा में रोकथाम से दूर कर सकते हैं। इस नेशनल डेंगू डे पर हम आपको बता रहे हैं डेंगू से जुड़ी चार सबसे आम भ्रांतियों और उनकी सच्चाई, ताकि आप रहें पूरी तरह से सतर्क और जागरूक।
1: डेंगू एक बार होने के बाद दोबारा नहीं होता
हकीकत: डेंगू वायरस के चार अलग-अलग स्ट्रेन होते हैं—DENV-1 से DENV-4 तक। एक स्ट्रेन से संक्रमित होने पर आप केवल उसी से सुरक्षित हो सकते हैं, दूसरे स्ट्रेन से फिर से संक्रमण संभव है, और यह अधिक गंभीर भी हो सकता है।
2: डेंगू व्यक्ति से व्यक्ति में फैलता है
हकीकत: डेंगू सीधा किसी व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता। यह केवल तब फैलता है जब कोई एडीज मच्छर पहले संक्रमित व्यक्ति को काटे और फिर उसी मच्छर के काटने से कोई और व्यक्ति संक्रमित हो जाए।
3: डेंगू केवल बुजुर्गों या बच्चों को होता है
हकीकत: डेंगू किसी भी उम्र, लिंग या रंग के व्यक्ति को हो सकता है। हां, बुजुर्गों और बच्चों में कमजोर इम्युनिटी की वजह से इसका असर ज्यादा हो सकता है, लेकिन यह बीमारी सभी को प्रभावित कर सकती है।
4: डेंगू केवल मानसून में होता है
हकीकत: मानसून में डेंगू के मामले जरूर बढ़ते हैं, लेकिन एडीज मच्छर साल भर साफ और ठहरे पानी में पनप सकते हैं। जैसे—फूलदान, कूलर, पुराने टायर या छत पर रखी पानी की टंकियाँ। इसलिए साल भर सतर्कता जरूरी है।
बचाव ही सबसे बड़ा इलाज है
डेंगू का अब तक कोई निश्चित इलाज नहीं है। इसमें लक्षणों को कम करने वाले उपचार किए जाते हैं। इसलिए जरूरी है कि लोग समय रहते लक्षण पहचानें, जैसे तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, और प्लेटलेट्स की कमी, और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। "डेंगू को हल्के में न लें, मिथकों से नहीं – सच और सतर्कता से ही करें इसका बचाव संभव है।"
डिस्क्लेमर:यह लेख मेडिकल रिपोर्टस और इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है। इसमें दी गई जानकारी का 'बातें यूपी की' कोई दावा नहीं करता है।
Baten UP Ki Desk
Published : 15 May, 2025, 8:25 pm
Author Info : Baten UP Ki