बड़ी खबरें

बिहार में हटाए गए 65 लाख मतदाताओं के नाम, शीर्ष अदालत ने चुनाव आयोग से शनिवार तक मांगी जानकारी 13 घंटे पहले PM मोदी गलवान झड़प के बाद पहली बार चीन जाएंगे:SCO समिट में शामिल होंगे; मोदी 11 साल में 5 बार चीन जा चुके हैं 13 घंटे पहले उत्तरकाशी में जलप्रलय: मलबे के बीच जिंदगी की तलाश...राहत-बचाव कार्यों में जुटे 225 से अधिक जवान 11 घंटे पहले उपराष्ट्रपति चुनाव में NDA को शिंदे का बिना शर्त समर्थन, दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात के बाद एलान 11 घंटे पहले

आगरा में प्रदेश का पहला व्हीकल स्क्रैप सेंटर हुआ शुरू

Blog Image

स्क्रैप पॉलिसी लागू होने के बाद उत्तर प्रदेश के आगरा में  प्रदेश का पहला व्हीकल स्क्रैप सेंटर खुल गया है। यहां पर यूपी के अलावा पूरे देश के वाहनों को काटा जा सकेगा। आगरा के इस स्क्रैपिंग सेंटर में हर साल करीब 50 हजार से ज्यादा वाहन काटे जाने का लक्ष्य रखा गया है। बताया जा रहा है कि इससे प्रदूषण में कमी आएगी। ये सेंटर प्रदेश का पहला रजिस्टर्ड व्हीकल स्क्रैपिंग सेंटर है। इसको नुनिहाई-शाहदरा मार्ग पर शुरू किया गया है। यहां पर सभी प्रकार के पुराने वाहन स्क्रैप हो सकेंगे। 

किन वाहनों की होगी स्क्रैपिंग-

आपको बता दें कि जिन वाहनों को 15 साल या इससे ज्यादा हो गए हैं उनको अब नई पॉलिसी के तहत सड़क पर चलने का लाइसेंस नहीं दिया जाएगा। इसलिए ऐसे सभी पुराने वाहनों को स्क्रैपिंग सेंटर भेजा जाएगा। यहां पर पुराने वाहनों को काटा जाएगा। यहां पर यूपी के साथ ही पूरे देश के वाहनों को काटा जा सकेगा। सेंटर शुरू होने के बाद यहां करीब 22 वाहन काटने के लिए आए हैं। बताया जा रहा है कि इसमें BMW जैसी कारें भी हैं।

स्क्रैपिंग के लिए करवाने होंगे ये काम-

पुराने वाहनों की स्क्रैपिंग के लिए आपको सबसे पहले वाहन को स्क्रैप सेंटर पर लाना होगा। उसके बाद आपको अपने वाहन के कागजों की ऑनलाइन जांच करानी होगी। फिर वाहन को स्क्रैप सेंटर के अंदर भेज दिया जाएगा। यहां पर वाहन का सबसे पहले वजन किया जाएगा। उसके बाद हर पार्ट को नौ स्टेप में अलग-अलग किया जाएगा। सब से आखिरी में बड़ी सी वेलिंग मशीन से  वाहन को समाप्त किया जाएगा। 

प्रदूषण का ग्राफ होगा कम-

आगरा में खुले नए स्क्रैपिंग सेंटर का नाम है वी वेंचर्स स्क्रैपिंग सेंटर। इसकी मैनेजिंग डायरेक्टर तन्वी जैन ने बताया कि लग्जरी लाइफ के साथ शुद्ध हवा का होना भी आवश्यक है। पुराने वाहनों के स्क्रैप होने से प्रदूषण का ग्राफ कम होगा। उसी उदेश्य से यह सेंटर खोला है। यहां पर हर राज्य और जिले के 15 साल पुराने या उससे पहले के वाहन मशीनों से स्क्रैप किए जाएंगे।

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें