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UP में फिर बजेगा निवेश का नगाड़ा, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 की तैयारी शुरू

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उत्तर प्रदेश एक बार फिर बनने जा रहा है वैश्विक निवेश का केंद्र। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) 2025 के आयोजन की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इस बार का लक्ष्य है—2023 की तुलना में डेढ़ से दोगुना निवेश प्रस्ताव जुटाना!

40 लाख करोड़ से आगे: अब निगाहें 60-80 लाख करोड़ रुपये पर

2023 में आयोजित GIS में उत्तर प्रदेश को 40 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड निवेश प्रस्ताव मिले थे। अब सरकार का लक्ष्य है कि यह आंकड़ा 60 से 80 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाया जाए। इसके लिए औद्योगिक विकास विभाग और इन्वेस्ट यूपी को कार्ययोजना तैयार करने का जिम्मा सौंपा गया है।

सीएम योगी ने दिए स्पष्ट निर्देश: “नीतियों को बनाएं और अधिक निवेश-अनुकूल”

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में इन्वेस्ट यूपी की समीक्षा बैठक में यह स्पष्ट किया कि प्रदेश की निवेश नीतियों को और सरल और प्रभावी बनाया जाए। साथ ही देश-विदेश के निवेशकों से सीधा संवाद स्थापित कर संभावनाओं को बढ़ाने का काम शुरू हो गया है।

UP की नजर एक ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनने पर

उत्तर प्रदेश सरकार का बड़ा लक्ष्य है—राज्य को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना। इसके लिए आवश्यक है कि अगले कुछ वर्षों में 100 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश प्रदेश में आकर्षित किया जाए। GIS-2025 इस दिशा में एक निर्णायक कदम होगा।

निवेश प्रस्तावों को ज़मीन पर उतारने में भी यूपी सबसे आगे

जहाँ कई राज्यों में इन्वेस्टर्स समिट सिर्फ एक शो बन कर रह जाते हैं, वहीं उत्तर प्रदेश में तस्वीर अलग है। अब तक:

  • 2018 समिट में आए 46% प्रस्तावों को जमीन पर उतारा जा चुका है।

  • GIS-2023 के 10 लाख करोड़ रुपये के प्रस्तावों पर कार्य शुरू हो चुका है।

  • इनमें से 3 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं पहले ही कमर्शियल प्रोडक्शन में आ चुकी हैं।

  • GIS-2025 से पहले 3 लाख करोड़ रुपये की और परियोजनाओं की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी प्रस्तावित है।

अब तक के निवेश आयोजनों की झलक

आयोजन निवेश प्रस्ताव (रुपये में)
यूपी इन्वेस्टर्स समिट 2018 ₹4.28 लाख करोड़
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 ₹40 लाख करोड़

ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के जरिए ज़मीन पर उतरे निवेश

सेरेमनी निवेश (रुपये में)
GBC-1 (2018) ₹62,000 करोड़
GBC-2 (2019) ₹68,000 करोड़
GBC-3 (2022) ₹81,000 करोड़
GBC-4 (2023) ₹10.01 लाख करोड़

नए सेक्टर्स, नई संभावनाएं: GIS-2025 में होगा बड़ा विस्तार

इस बार GIS में केवल पारंपरिक क्षेत्रों तक सीमित नहीं रहा जाएगा। AI, ग्रीन एनर्जी, इलेक्ट्रॉनिक्स, बायोटेक, एग्रो प्रोसेसिंग और लॉजिस्टिक्स जैसे नए और उभरते सेक्टर्स को जोड़ने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

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