देश के संवैधानिक पदों पर एक बार फिर बड़े बदलाव हुए हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को हरियाणा, गोवा और लद्दाख में नए राज्यपाल और उपराज्यपाल की नियुक्ति की घोषणा की। प्रो. आशिम कुमार घोष को हरियाणा का, अशोक गजपति राजू को गोवा का राज्यपाल और भाजपा नेता कविंद्र गुप्ता को लद्दाख का नया उपराज्यपाल बनाया गया है।
हरियाणा को मिला अनुभवी शिक्षाविद
प्रोफेसर आशिम कुमार घोष को हरियाणा का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। वह उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित नाम हैं और विभिन्न शैक्षणिक व प्रशासनिक भूमिकाओं में अपना योगदान दे चुके हैं। उम्मीद की जा रही है कि उनके अनुभव से हरियाणा को शैक्षणिक और संस्थागत विकास के क्षेत्र में नई दिशा मिलेगी।
गोवा की जिम्मेदारी संभालेंगे अशोक गजपति राजू
टीडीपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री पशुपति अशोक गजपति राजू को गोवा का राज्यपाल बनाया गया है। दशकों के राजनीतिक अनुभव के साथ उन्होंने केंद्र और राज्य दोनों स्तरों पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं। राजू की यह नियुक्ति न केवल गोवा की प्रशासनिक मजबूती के लिहाज से अहम मानी जा रही है, बल्कि केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर समन्वय की उम्मीद भी इससे जुड़ी है।
लद्दाख को मिला नया उपराज्यपाल
लद्दाख में उपराज्यपाल के पद पर अब जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता कविंद्र गुप्ता को नियुक्त किया गया है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर विधानसभा के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री के रूप में काम किया है। लद्दाख जैसे संवेदनशील क्षेत्र में उनकी राजनीतिक समझ और अनुभव प्रशासनिक स्थिरता और विकास में सहायक हो सकती है।
बी.डी. मिश्रा का इस्तीफा स्वीकार
राष्ट्रपति ने ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) डॉ. बी.डी. मिश्रा का लद्दाख के उपराज्यपाल पद से इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। मिश्रा लंबे समय से इस पद पर कार्यरत थे और लद्दाख में विभिन्न विकास योजनाओं में सक्रिय भूमिका निभा रहे थे।
अनुभवी चेहरों को मिली नई जिम्मेदारियां
इन नियुक्तियों से यह स्पष्ट है कि केंद्र सरकार संवैधानिक पदों पर अनुभवी और क्षेत्रविशेषज्ञ व्यक्तित्वों को लाकर शासन की गुणवत्ता को सुदृढ़ करना चाहती है। अगले कुछ दिनों में इन सभी अधिकारियों के कार्यभार ग्रहण करने की औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी।