बड़ी खबरें

पंजाब के गुरदासपुर बॉर्डर पर पाकिस्तानी घुसपैठिया हुआ अरेस्ट 2 घंटे पहले पाकिस्तान का दावा- भारत में किया साइबर अटैक, हैक की रक्षा से जुड़ी वेबसाइट 2 घंटे पहले वित्त मंत्री की ADB अध्यक्ष से मुलाकात, पाक को फंड में कटौती की मांग 2 घंटे पहले भारत ने कश्मीर में दो हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट में शुरू किया काम 2 घंटे पहले रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने PM मोदी को किया फोन, आतंकी हमले की निंदा की 2 घंटे पहले

पर्दे के पीछे से मिल्कीपुर में रणनीति बना रहा 'संघ', क्या भाजपा आगे हो गई है एक और कदम ?

Blog Image

मिल्कीपुर उपचुनाव में एक नई चुनावी लहर दौड़ रही है, लेकिन ये लहर सिर्फ भाजपा के प्रचार के तहत नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की सटीक और गुप्त रणनीति के तहत तैयार की जा रही है। पर्दे के पीछे, बिना किसी शोर-शराबे के, संघ ने अपनी पूरी ताकत झोंकते हुए 300 स्वयंसेवकों की एक टीम को मैदान में उतारा है। यह टीम न सिर्फ चुनावी समीकरणों को साधने का काम कर रही है, बल्कि भाजपा के पक्ष में वातावरण तैयार करने में जुटी है। जैसे एक चुपके से गुप्त मिशन, जहां हर कदम पर संघ की रणनीति के तार जुड़ते जा रहे हैं, जिससे भाजपा की जीत की राह और भी पक्की होती जा रही है।

प्रांत प्रचारक की बैठक: नब्ज टटोलने की कवायद-

संघ के प्रांत प्रचारक कौशल किशोर ने शुक्रवार को कार्यकर्ताओं के साथ एक अहम बैठक की। इस बैठक में मतदाताओं की सोच और रुझान को समझने के लिए छोटी-छोटी टीमों का गठन किया गया। चाय-पान की दुकानों और चौपालों पर होने वाली चर्चाओं पर संघ के स्वयंसेवक नजर रख रहे हैं।

डैमेज कंट्रोल की योजना तैयार-

जहां भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश हो रही है, वहीं नकारात्मक प्रचार को संभालने के लिए भी रणनीति बनाई जा रही है। संघ के कार्यकर्ता डैमेज कंट्रोल के तहत तुरंत कदम उठाने की योजना तैयार कर रहे हैं।

मतदाताओं को साधने की कोशिश-

संघ के कार्यकर्ता सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार कर मतदाताओं को भाजपा सरकार के विकास कार्यों से अवगत करा रहे हैं। उनका मुख्य फोकस यह दिखाने पर है कि भाजपा सरकार ने समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक विकास की किरण पहुंचाई है।

मुख्यमंत्री और संघ की संयुक्त सक्रियता-

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही कमान संभालते हुए उपचुनाव की घोषणा से पहले तीन बार मिल्कीपुर का दौरा किया है। इसके अलावा भाजपा के आधा दर्जन मंत्री भी चुनावी मैदान में डेरा जमाए हुए हैं। अब संघ ने अपने स्वयंसेवकों के जरिए नकारात्मक माहौल को सकारात्मक में बदलने की जिम्मेदारी संभाल ली है।

300 स्वयंसेवकों की तैनाती: अंतिम मोर्चे पर संघ-

संघ के 300 स्वयंसेवक जमीनी स्तर पर मतदाताओं के साथ लगातार संपर्क में हैं। इनका उद्देश्य न केवल भाजपा के पक्ष में माहौल बनाना है, बल्कि हर विरोधी रणनीति का तोड़ भी निकालना है। मिल्कीपुर उपचुनाव संघ और भाजपा की संयुक्त ताकत का बड़ा उदाहरण बनकर सामने आ रहा है। इस चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए संघ की सटीक योजना और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की सक्रियता एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें