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खरीफ सीजन की 14 फसलों की बढ़ी MSP, अरहर और सोयाबीन की कीमतों में हुआ इतना इजाफा

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केंद्र सरकार ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए खरीफ सीजन की 14 प्रमुख फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में इजाफा किया है। मंगलवार, 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी जानकारी दी। सरकार के इस फैसले के तहत धान की MSP ₹69 बढ़ाकर ₹2,369 प्रति क्विंटल कर दी गई है। इसके अलावा कपास की सामान्य किस्म की MSP ₹7,710 और लंबी रेशे वाली कपास की MSP ₹8,110 तय की गई है, जो पिछले साल के मुकाबले ₹589 ज्यादा है।

किसानों को मिलेगा सीधा लाभ

सरकार का कहना है कि MSP तय करते समय यह सुनिश्चित किया गया है कि किसानों को उनकी फसलों की लागत का कम से कम 50% अधिक मूल्य मिले। केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने कहा, “यह निर्णय प्रधानमंत्री मोदी की उस प्रतिबद्धता का हिस्सा है, जिसके तहत किसानों की आय को दोगुना करने की दिशा में लगातार कदम उठाए जा रहे हैं।”

अरहर और सोयाबीन की कीमतों में भी इजाफा

खरीफ की अन्य प्रमुख फसलों में अरहर (तुअर दाल) की MSP में ₹450 की वृद्धि की गई है। इसी तरह सोयाबीन समेत अन्य दलहनों और तिलहनों की MSP में भी बढ़ोतरी की गई है। सरकार के इस कदम से फसल उत्पादन को प्रोत्साहन मिलेगा और किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार की उम्मीद है।

सरकारी खजाने पर पड़ेगा ₹2.07 लाख करोड़ का बोझ

नई MSP से सरकार पर कुल ₹2.07 लाख करोड़ का वित्तीय भार आएगा, जो पिछले फसल वर्ष की तुलना में ₹7,000 करोड़ अधिक है। यह खर्च किसानों से सीधे फसलों की खरीद के जरिए किया जाएगा, जिससे बाजार में न्यूनतम मूल्य की गारंटी बनी रहे।

MSP वृद्धि से चुनावी माहौल में किसानों को साधने की कोशिश?

विशेषज्ञों का मानना है कि खरीफ सीजन से पहले MSP में यह बढ़ोतरी किसानों को राहत देने के साथ-साथ आगामी चुनावों को ध्यान में रखकर भी की गई हो सकती है। सरकार के इस फैसले को किसानों की नाराजगी दूर करने और ग्रामीण वोटबैंक को मजबूत करने की रणनीति के रूप में भी देखा जा रहा है।

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