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जहां ऑक्सीजन भी मुश्किल, वहां पहुंचेगी अब सड़क, जानिए भारत की सामरिक कामयाबी की नई कहानी!

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भारत की सामरिक तैयारियों को एक और बड़ी मजबूती मिलने जा रही है। दुनिया की सबसे ऊंचाई पर स्थित सैन्य हवाईपट्टी दौलत बेग ओल्डी (DBO) को अब सड़क मार्ग से सीधे जोड़ने का काम अंतिम चरण में है। ससोमा-सासेर ला-सासेर ब्रांग्सा-गपशान-डीबीओ सड़क परियोजना को नवंबर 2026 तक पूरी तरह चालू कर दिया जाएगा। इससे सियाचिन से DBO तक पहुंचने में लगने वाला समय दो दिन घटकर सिर्फ 12 घंटे रह जाएगा।

सामरिक मजबूती की ओर एक और कदम

यह वैकल्पिक सड़क 17,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित सासेर ला दर्रे को पार करते हुए सीधे DBO तक पहुंचेगी। इसके बनने से न केवल सैन्य लॉजिस्टिक्स आसान होंगे, बल्कि भारत की रणनीतिक पकड़ भी काराकोरम दर्रे के पास और मजबूत हो जाएगी। DBO, जो वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) से महज 8 किलोमीटर दूर है, भारत की सबसे उत्तरी सैन्य चौकी है और सब-सेक्टर नॉर्थ में एक अहम केंद्र के रूप में जानी जाती है।

चीन की गतिविधियों के बीच भारत का जवाब

गौरतलब है कि चीन ने देपसांग क्षेत्र में भारतीय पोस्ट्स से महज 4 किलोमीटर दूर बुनियादी ढांचे का व्यापक विस्तार किया है—जिसमें सड़कों, पटरियों और संचार माध्यमों का नेटवर्क शामिल है। ऐसे में भारत की यह सड़क परियोजना एक रणनीतिक संतुलन स्थापित करने के लिहाज से बेहद अहम मानी जा रही है।

किसी भी परिस्थिति में बनी रहेगी आवाजाही

वर्तमान में सैनिकों को सियाचिन से लेह होते हुए DBO पहुंचना पड़ता है, जो समय और संसाधनों की भारी खपत करता है। लेकिन यह नई वैकल्पिक सड़क गलवां घाटी, देपसांग या अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में संभावित चीनी अवरोध की स्थिति में भी सुगम आवागमन सुनिश्चित करेगी। इससे सैनिकों, टैंकों और यहां तक कि सैन्य विमानों की तेज़ तैनाती संभव हो सकेगी।

DBO क्यों है खास?

दौलत बेग ओल्डी हवाईपट्टी लगभग 16,614 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और इसे दुनिया की सबसे ऊंची मिलिट्री एयरस्ट्रिप माना जाता है। यह इलाका इतनी ऊंचाई पर स्थित है कि यहां हर प्रकार का लॉजिस्टिक सपोर्ट, मौसम और ऑक्सीजन की समस्या एक बड़ी चुनौती है। इसलिए इस इलाके तक स्थाई सड़क संपर्क का बनना एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी। भारत की यह पहल न केवल एक बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्धि है, बल्कि यह उन सभी रणनीतिक क्षेत्रों में भारत की तैयारियों को दर्शाती है, जो चीन के साथ तनाव की स्थिति में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।

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