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पंजाब के कपूरथला जिले में दो निहंग सिखों समूहों की हुई झड़प, 1 पुलिसकर्मी की हुई मौत, 5 घायल

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पंजाब के कपूरथला जिले में दो निहंग सिखों के समूहों के बीच गुरुद्वारा अकालपुर बुंगा पर मालिकाना हक को लेकर झड़प हो गई। इस दौरान पुलिस बल ने मामले को शांत कराने की कोशिश की। जिसके बाद निहंगों ने पुलिस पर भी फायरिंग शुरु कर दी। इसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई और 5 अन्य घायल हो गए। घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतक कांस्टेबल की पहचान जसपाल सिंह के रूप में हुई। ये पुलिसकर्मी सुल्तानपुर लोधी पुलिस थाने में तैनात था।

इलाके में भारी संख्या में तैनात हुआ पुलिस बल- 

मिली हुई जानकारी के मुताबिक, लगभग तीन दर्जन निहंगों ने गुरुद्वारा में घुस कर कब्जा करने की कोशिश की। दूसरे निहंग समूह ने इसका विरोध किया। इससे दोनों निहंग समूहों के बीच झड़प हो गई। जिसके बाद प्रशासन ने पूरे इलाके में भारी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया है। पुलिस ने अब तक निहंग समूह के 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं फायरिंग की वजह से पूरे शहर में दहशत का माहोल है। सुल्तानपुर लोधी की सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। 

21 नवंबर को गुरुद्वारा साहिब पर किया कब्जा-

दरअसल, 21 नवंबर दिन मंगलवार की सुबह साढ़े आठ बजे बाबा बुड्ढा दल के अलग हुए गुट के मुखी संत बाबा मान सिंह की ओर से अपने 15-20 सा​थियों के साथ गुरुद्वारा श्री अकाल बुंगा में दा​​खिल हुए और निरवैर सिंह को र​स्सियों से बांध लिया और जगजीत सिंह पर ह​थियारों से वार किए और इन दोनों का असलहा, मोबाइल व पैसे छीनकर गुरुद्वारा साहिब पर कब्जा कर लिया। इस पर जगजीत सिंह के बयान पर बाबा मान सिंह और उनके 15-20 साथियों पर थाना सुल्तानपुर लोधी में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।

इससे पहले भी पुलिस पर किए थे हमले-

बताते चले कि निहंग सिख योद्धाओं का एक समूह है। ये अपनी उत्पत्ति सिखों के 10वें गुरु गोबिंद सिंह के 1699 के खालसा निर्माण से हुई मानते हैं। ये नीले कपड़े और सजी हुई पगड़ी पहनते हैं। ये अक्सर अपने साथ तलवार और भाले जैसे हथियार रखते हैं। निहंगों ने इस तरह का रवैया पहली बार नहीं दिखाया है। इस साल जुलाई में लुधियाना के गाँव जरखड़ के गुरुद्वारा मंजी साहिब की गोलक पर कब्जा करने के लिए फायरिंग की गई थी। इससे पहले निहंग प्रदर्शनकारियों ने 2020 में कोविड लॉकडाउन के दौरान पटियाला के एक पुलिस अधिकारी का हाथ काट दिया था।

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