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न्यायमूर्ति मनोज कुमार गुप्ता को इलाहाबाद हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश का सौंपा गया दायित्व

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राष्ट्रपति ने आज न्यायमूर्ति मनोज कुमार गुप्ता को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश का दायित्व सौंपा है। वह 21 नवंबर को वर्तमान मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति प्रीतिंकर दिवाकर की सेवानिवृत होने के बाद 22 नवंबर को अपने नए दायित्व को संभालनें के लिए शपथ लेगें। 

मुख्य न्यायमूर्ति प्रीतिंकर दिवाकर के 21 नवंबर होंगे रिटायर-

आपको बता दे कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के वर्तमान मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति प्रीतिंकर दिवाकर की कल सेवानिवृत्ति को ध्यान में रखते हुए, आज भारत सरकार के विशेष सचिव राजेंद्र कश्यप की ओर से इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है। इस अधिसूचना में उन्हें यह दायित्व मुख्य न्यायमूर्ति प्रीतिंकर दिवाकर के 21 नवंबर के सेवानिवृत होने की वजह से सौंपा गया है।

इससे पहले न्यायमूर्ति मनोज कुमार गुप्ता को 12 अप्रैल, 2013 को अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया और 10 अप्रैल, 2015 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। वहीं न्यायमूर्ति प्रीतिंकर दिवाकर को 03 अक्टूबर, 2018 को इलाहाबाद हाईकोर्ट में स्थानांतरित कर दिया गया और 13 फरवरी, 2023 से कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया। उन्होंने 26 मार्च, 2023 को इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।

वर्तमान में 92 न्यायाधीश हैं-

इसी के साथ आपको बता दे कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय मूल रूप से ब्रिटिश राज में भारतीय उच्च न्यायालय अधिनियम 1861 के अन्तर्गत आगरा में 17 मार्च 1866 को स्थापित किया गया था। लेकिन बाद में इसे सन् 1869 में आगरा से इलाहाबाद स्थानान्तरित कर दिया गया इसके बाद 160 जजों की स्वीकृत संख्या वाले इलाहाबाद हाईकोर्ट में वर्तमान में 92 न्यायाधीश हैं।

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