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उड़ गई ट्विटर की चिड़िया आ गया X,जानिए एलन मस्क का X से क्या है नाता ?

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ट्विटर की नीली चिड़िया अब उड़ चुकी है और उसकी जगह ले ली ही X ने, दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति और माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म (ट्विटर) के मालिक एलन मस्क ने ट्विटर का लोगो बदलकर एक्स कर दिया है। लोगों को भले ही यह अचानक किया गया बदलाव लगे लेकिन ऐसा नहीं है। अगर आप एलन मस्क की कंपनियों और उनके जीवन में मौजूद लोगों, उनके बच्चों के नाम देखें तो आप पाएंगे कि उनका  X से प्यार काफी पुराना है।  इसके पीछे का कारण क्या है इस बारे में कोई एक पुख्ता जवाब नहीं है।  इस पर कभी उन्होंने भी कोई रोशनी नहीं डाली। हलांकि मस्क को करीब से जानने वाले लोग उनके  X के प्रति प्यार को समझाने का प्रयास जरूर करते नज़र आते हैं।

एलन मस्क का X से क्या है नाता -

एलन मस्त ने ट्विटर  का लोगों बदलने से पहले कहा था कि ट्विटर के ब्रांड को  X से बदलेंगे। एक्स को उन्होंने सभी लोगों के अंदर मौजूद कमियों का प्रतीक बताया है। जो हमें  यूनीक बनाता है। कनाई आर्टिस्ट क्लेयर बाउचर जो मस्क के 2 बच्चों की मां हैं वो कहती हैं कि  उनके 1 बच्चे का नाम   X इसलिए है क्योंकि अलजेब्रा (गणित का एक खंड में) ऐसी चीज को दिखाता है जिसके बारे में जानकारी नहीं है। उदाहरण  (इस इक्वेश्चन में एक्स का मान निकाले ) इसके साथ ही लेखक लियोन एफ सेल्जर बताते हैं कि मस्क को एक्स इसलिए पसंद है क्योंकि यह बहुत सारी चीजों के प्रतीक के रूप में इस्तेमाल हो सकता है। वह कहते हैं कि जीवन मरण या किसी चीज को बढ़ाने या घटाने या खत्म करने कैंसिल करने से लेकर कुछ भी नहीं से सब कुछ करने की स्थित के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

मुझे ये X अक्षर पसंद है-  

मस्क ने  एक ट्वीट में कहा था कि 'पता नहीं कि ये कैसे हुआ, लेकिन मुझे एक्स अक्षर पसंद है।' उन्होंने एक सर्वे भी शुरू किया जिसमें यूजर्स से पूछा गया कि क्या उन्हें डिफॉल्ट प्लेटफॉर्म का कलर बदलकर ब्लैक कर देना चाहिए।

मस्क का X से है पुराना लगाव-

आपको बता दें कि मस्क ने 1999 में एक पेमेंट बैंक की शुरुआत की थी जिसका  नाम x.com था। उन्हें यह नाम बदलने की  सलाह दी गई थी लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया बाद में x.com ही पेपाल बनी और इसका ईबे ने अधिग्रहण कर लिया 2017 में मस्क ने पेपाल से एक बार फिर x.com डोमेन नेम खरीद लिया। आज x.com को सर्च करने पर आप सीधे ट्विटर पर पहुंच जाएंगे ।मस्क का मकसद एक ऐसा प्लेटफॉर्म तैयार करना है जहां लोगों को रोजमर्रा की हर सामान एक ही जगह मिल जाए।  कंपनी की सीईओ लिंडा यासिरानो ने भी इसकी पुष्टि की है कि X केवल अब बातचीत का जरिए नहीं रहेगा। बल्कि यहां से और भी बहुत कुछ किया जा सकेगा।

 

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