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देशभर में एक बार फिर NPR यानी नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर को लेकर चर्चा तेज हो गई है। आमतौर पर लोग इसे जनगणना (Census) से जोड़कर देखते हैं, लेकिन हकीकत यह है कि दोनों के मकसद, प्रक्रिया और कानूनी ढांचे में बड़ा अंतर है।
क्या है NPR?
NPR (National Population Register) भारत में रहने वाले सभी "सामान्य निवासियों" का एक डेटाबेस होता है। इसका उद्देश्य देश में रह रहे प्रत्येक व्यक्ति की पहचान और बायोडेटा से जुड़ी जानकारी जुटाना होता है।
इसे पहली बार 2010 में तैयार किया गया, और 2015 में अपडेट किया गया था। यह कार्य भारत के महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त (Registrar General of India) द्वारा किया जाता है। ध्यान देने वाली बात यह है कि NPR केवल भारतीय नागरिकों के लिए नहीं है। इसमें विदेशी नागरिक, जो भारत में 6 महीने या उससे अधिक समय से रह रहे हों, वो भी शामिल हो सकते हैं।
जनगणना और NPR में अंतर क्या है?
बिंदु | जनगणना | NPR |
---|---|---|
उद्देश्य | जनसंख्या आंकड़े जुटाना | व्यक्ति-आधारित पहचान डेटाबेस बनाना |
डेटा प्रकृति | गुमनाम (Anonymous) | व्यक्तिगत (Identifiable) |
कानून | जनगणना कानून, 1948 | नागरिकता कानून, 1955 के तहत |
डेटा सुरक्षा | अदालतें भी डेटा नहीं मांग सकतीं | गुमनामी की गारंटी नहीं |
फोकस | जनसंख्या और सामाजिक-आर्थिक आंकड़े | प्रत्येक व्यक्ति की पहचान और लोकेशन |
NPR की जानकारी घर-घर जाकर एकत्र की जाती है। इसमें पूछा जाता है:
नाम, लिंग, जन्मतिथि
माता-पिता व जीवनसाथी का नाम
शिक्षा, पेशा
जन्मस्थान और स्थायी-पता
वर्तमान पता पर रहने की अवधि
राष्ट्रीयता (लेकिन इसका प्रमाण नहीं मांगा जाता)
वहीं जनगणना भी घर-घर जाकर की जाती है, लेकिन इसका उद्देश्य केवल जनसंख्या के पैटर्न और प्रवृत्तियों को समझना होता है।
क्यों जरूरी है अंतर समझना?
जनगणना डेटा का इस्तेमाल सरकार नीतियां, योजनाएं और बजट तय करने में करती है। जबकि NPR डेटा का इस्तेमाल भविष्य में National Register of Citizens (NRC) जैसे कार्यक्रमों में हो सकता है — यह वह पहलू है, जहां से कई सवाल और बहसें शुरू होती हैं।
जनगणना और NPR में फर्क समझना जरूरी
NPR और जनगणना के बीच भ्रम से बचना जरूरी है। दोनों का मकसद अलग है, कानून अलग हैं, और डेटा उपयोग का तरीका भी। जहां जनगणना सांख्यिकीय विश्लेषण के लिए है, वहीं NPR एक व्यक्तिगत पहचान रजिस्टर है। ऐसे में ज़रूरी है कि जनता को इन दोनों प्रक्रियाओं की स्पष्ट जानकारी हो — ताकि वह जागरूक रह सके और सही निर्णय ले सके।
Baten UP Ki Desk
Published : 19 June, 2025, 7:01 pm
Author Info : Baten UP Ki