बड़ी खबरें

तीन करोड़ किराना दुकानों को खतरे में डाल रहे 'डार्क स्टोर', अब सड़कों पर उतरेंगे नौ करोड़ व्यापारी 4 घंटे पहले बिहार चुनाव: मौजूदा विधानसभा में 68% विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज 4 घंटे पहले पुर्तगाल में रह रहे 18 हजार विदेशी निकाले जाएंगे, चुनाव से पहले सरकार ने किया ऐलान, 4,500 को स्वेच्छा से देश छोड़ने का आदेश 4 घंटे पहले ट्रम्प के टैरिफ ने रोकी दक्षिणपंथी पार्टियों की जीत,कनाडा के बाद ऑस्ट्रेलिया में बनी वामपंथी सरकार, सर्वे में पिछड़ने के बाद भी जीते अल्बनीज 4 घंटे पहले कानपुर में छह मंजिला इमारत में लगी आग,जूता कारोबारी, पत्नी, तीन बेटियों समेत छह की जलकर मौत, शॉर्ट सर्किट से हादसे की आशंका 4 घंटे पहले पाकिस्तान को एक और बड़ा झटका...सेंधा नमक के ऑर्डर रद्द 4 घंटे पहले यूपी के कई जिलों में गिरे ओले, पूर्वांचल में हुईं चार मौतें, आज कई इलाकों में हो सकती है बारिश 4 घंटे पहले राहुल गांधी भारतीय हैं या ब्रिटिश:लखनऊ हाईकोर्ट में फैसला आज; केंद्र सरकार दाखिल करेगी जवाब 3 घंटे पहले वक्फ कानून से जुड़े मामले की 'सुप्रीम' सुनवाई टली, अगली तारीख 15 मई तय; संवैधानिक वैधता को दी गई है चुनौती 2 घंटे पहले

महज 8 महीनों में पकड़ी गई 1.88 लाख करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी! 72 हजार से ज्यादा मामलों में हुईं 132 गिरफ्तारियां

Blog Image

वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने सोमवार को लोकसभा में बताया कि अप्रैल-दिसंबर 2024 के दौरान केंद्रीय जीएसटी अधिकारियों ने 1.88 लाख करोड़ रुपये से अधिक की जीएसटी चोरी का पता लगाया। इस दौरान आईटीसी धोखाधड़ी के 72,393 मामलों सहित 132 गिरफ्तारियां हुईं और 20,128 करोड़ रुपये की वसूली की गई।

पिछले वर्षों की तुलना में अधिक मामले

वित्त वर्ष 2023-24 में कुल 20,582 मामलों में 2.30 लाख करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी पकड़ी गई, जिसमें 31,758 करोड़ रुपये की वसूली हुई और 223 लोगों की गिरफ्तारी हुई।

  • 2022-23: 1.32 लाख करोड़ रुपये की चोरी
  • 2021-22: 73,238 करोड़ रुपये की चोरी

जीएसटी स्लैब और विशेष दरें

वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) के चार मुख्य स्लैब हैं:

  • 5%, 12%, 18%, और 28%
    इसके अलावा सोने, चांदी और आभूषणों पर क्रमश: 3%, 1.5%, और 0.25% की विशेष दरें लागू होती हैं।

फर्जी पंजीकरण के खिलाफ विशेष अभियान

केंद्रीय और राज्य जीएसटी अधिकारियों ने फर्जी पंजीकरण के खिलाफ दो विशेष अभियान चलाए:

  • पहला अभियान (मई-अगस्त 2023):

    • 21,808 गैर-मौजूद जीएसटीआईएन पाए गए
    • 24,357 करोड़ रुपये की कर चोरी पकड़ी गई
    • 8 गिरफ्तारियां हुईं
  • दूसरा अभियान (अगस्त-अक्टूबर 2024):

    • 68,393 गैर-मौजूद जीएसटीआईएन पकड़े गए
    • 25,346 करोड़ रुपये की कर चोरी का खुलासा
    • 19 लोगों की गिरफ्तारी

कर चोरी रोकने की दिशा में उठाए गए कदम

सरकार ने फर्जी पंजीकरण और कर चोरी की रोकथाम के लिए सख्त कदम उठाए हैं। भविष्य में और भी कड़े अभियान चलाए जाने की उम्मीद है।

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें