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यूपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू, काले कपड़े पहनकर क्यों पहुंचे सपाई?

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उत्तर प्रदेश विधानमंडल के शीतकालीय सत्र की शुरूआत आज से हो गई है। ये सत्र चार दिन का होगा। सत्र के पहले दिन नेता सदन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी के दिवंगत नेता आशुतोष टंडन को श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर, कहा- हम सब उनके निधन से दुखी हैं।
आपको बता दें कि जहां इस चार दिवसीय शीतकालीन सत्र में सत्ता पक्ष ने विपक्ष को हर मुद्दे पर जवाब देने की रणनीति बनाई है। वहीं  विपक्ष ने भी सरकार को घेरने की पूरी तैयारी की है। सत्र प्रारंभ होने से पहले लोकभवन में भाजपा विधानमंडल दल की बैठक हुई। बैठक में सीएम योगी ने सभी विधायकों को सदन में उपस्थित रहने और सकारात्मक चर्चा करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष के आरोपों का तथ्यात्मक जवाब दें। बैठक में भाजपा के सहयोगी दलों के विधायक भी मौजूद रहे। निर्देश दिया गया है कि विधानसभा सत्र में मोबाइल बाहर रख दिया गया है इसलिए टीवी से ही अपडेट लेने का कष्ट करें।

नई नियमावली के साथ सत्र शुरू-

विधानसभा का शीतकालीन सत्र नई नियमावली के साथ शुरू हो गया है। समाजवादी पार्टी के विधायकों ने इसका विरोध किया है और सदन में काले कपड़े पहनकर पहुंचे हैं। इसके साथ ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर सरकार  की नाकामियां गिनाते हुए कहा है कि यूपी सरकार बिजली, पानी और सड़क के मोर्चे पर पूरी तरह विफल रही है। सरकार खेती, किसानी और कानून व्यवस्था के मुद्दे  पर भी नाकाम हुई है। सरकार सदन चलाने से भागती है और संवाद नहीं करना चाहती है। 

बोले अखिलेश,सवालों से बचना चाहती है सरकार-

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सत्र शुरू होने से पहले ही मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि शीतकालीन सत्र की अवधि सिर्फ चार दिनों के लिए रखी गई है। इसका कारण है कि सरकार विपक्ष के सवालों से बचना चाहती है। विपक्ष का सामना नहीं करना चाहती है इसलिए सत्र की अवधि इनती कम रखी गई है।

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