बड़ी खबरें

केंद्र सरकार ने लोकसभा से वापस लिया आयकर विधेयक, प्रवर समिति की रिपोर्ट के बाद फैसला 5 घंटे पहले बिहार में मतदाता सूची के प्रारूप में 65 लाख नामों का अंतर, चुनाव आयोग ने बताई वजह; जानें 5 घंटे पहले यूपी सरकार के अध्यादेश से गठित समिति को निलंबित करेगा सुप्रीम कोर्ट, कहा- नई कमेटी बनाएंगे 5 घंटे पहले

यमुना एक्सप्रेस-वे पर घट सकती है वाहनों की रफ्तार?

Blog Image

यमुना एक्सप्रेस-वे पर आवागमन करने वाले लोग कृपया ध्यान दें...ये खबर खास उन्ही के लिए है। यमुना एक्सप्रेस-वे पर 15 दिसंबर से 15 फरवरी तक चलने वाले वाहनों की  गति सीमा में कुछ बदलाव किए जा सकते हैं। दरअसल, सर्दियों में यमुना एक्सप्रेस-वे पर कोहरे की समस्या काफी बढ़ जाती है। जिस कारण कई दुर्घटनाएं सामने आती हैं। यह हादसे कभी कभी इतने भयानक होते हैं कि इसमें लोगों की मौत तक हो जाती है। जिसको देखते  हुए वाहनों की गति में बदलाव किए जा सकते हैं। 

इस वर्ष हादसों की संख्या में हुई बढ़ोतरी-

आपको बता दे कि यमुना एक्सप्रेस-वे पर सर्दियों में कोहरे की वजह से हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के लिए को 15 दिसंबर से 15 फरवरी तक एक्सप्रेस-वे पर हल्के व भारी वाहनों के लिए गति सीमा को कम किया जाएगा। हल्के वाहनों की अधिकतम गति सीमा 80 किमी प्रति घंटा व भारी वाहनों के लिए साठ किमी प्रति घंटा निर्धारित की जा सकती है। पिछले साल के सापेक्ष इस वर्ष एक्सप्रेस वे पर जनवरी से अक्टूबर के बीच हादसों में वृद्धि दर्ज हुई है। पिछले साल दस माह के दौरान 262 हादसे हुए थे, जबकि इस वर्ष हादसों की संख्या अक्टूबर तक 341 पहुंच गई है।

15 दिसंबर से 15 फरवरी तक घट सकती है वाहनों की स्पीड-

वहीं ग्रेटर नोएडा से आगरा तक 165 किमी लंबे यमुना एक्सप्रेस वे पर हल्के वाहनों के लिए अधिकतम गति सीमा 100 किमी प्रति घंटा निर्धारित है। सर्दियों में कोहरे के कारण एक्सप्रेस वे पर हादसे की आशंका काफी बढ़ जाती है। यमुना प्राधिकरण हादसों की आशंका को समाप्त करने के लिए गति सीमा में सौ से घटाकर अस्सी किमी प्रति घंटा कर देता है। इस वर्ष भी प्राधिकरण गति सीमा में बदलाव करेगा। इसके लिए प्राधिकरण ने एक्सप्रेस वे का संचालन करने वाली कंपनी को जरूरी तैयारी करने के निर्देश दिए हैं।

साथ ही एक्सप्रेस वे पर कोहरे व मौसम की जानकारी देने वाले साइनेज, गति की जानकारी देने वाले बोर्ड लगाने के निर्देश दिए हैं। टोल प्लाजा पर वाहन चालकों को जागरूक करने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम, पैंफ्लेट की व्यवस्था आदि के भी निर्देश दिए हैं। दुर्घटना संभावित क्षेत्र व तीव्र मोड़ की पेंटिंग को ठीक करने के निर्देश दिए हैं। जिससे एक्सप्रेस-वे पर होने वाले हादसों में कमी आ सकें। 

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें