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यूपी में बड़े आतंकी हमले की साजिश नाकाम,  ATS ने बरामद किए हथियार

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उत्तर प्रदेश में आतंकवाद की जड़ों की सफाई करने में जुटी एटीस ने हिंदू नेताओं पर हमले के लिए खरीदे गए विभिन्न हथियारों को बरामद किया है। इनमें चापड़ एवं रामपुरी चाकू भी बरामद किए हैं। आपको बता दें कि एटीएस की टीमों ने आतंकी वजीहुद्दीन और उसके साथियों को अलीगढ़ व संभल ले जाकर की गई छानबीन के दौरान कई आइएस के साहित्य के अलावा अन्स सामग्री भी बरामद की हैं।

गौरतलब है कि पुलिस रिमांड की अवधि पूरी होने के बाद आतंकियों को लखनऊ जेल में दाखिल करा दिया गया था। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एटीएस ने अलीगढ़ से जो चापड़ व चाकू बरामद किए हैं उन्हें वजीहुद्दीन के इशारे पर खरीदा गया था। वजीहुद्दीन ने आइएस हैंडलर के इशारे में लगभग 12 युवकों को हमले के लिए तैयार किया था। जिनकी छोटी टीमें बनाकर अलग-अलग स्थानों पर हमला कराए जाने की तैयारी थी। 

हिंदू नेताओं पर हमले की साजिश-

इसके साथ ही ये भी जानकारी सामने आई है कि 'लोनवुल्फ अटैक' के इरादे से चापड़ व चाकू जुटाए गए थे। यानी एक आतंकी छोटे हथियार के साथ किसी हिंदू नेता पर घात लगाकर हमला करता है। आतंकी माज बिन तारिक ने अलीगढ़ में पिस्टल व कारतूस भी खरीदे थे, जिन्हें एटीएस पहले ही बरामद कर चुकी है। एटीएस अब वजीहुद्दीन के अलावा आतंकी राकिब इमाम अंसारी, नावेद सिद्दीकी, मोहम्मद नोमान व मोहम्मद नाजिम से पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर आगे की पड़ताल कर रहा है। जांच में यह भी सामने आया है कि अलीगढ़ में एयरगन से कई युवकों को प्रशिक्षण भी कराया गया था। उनको भी चिन्हित करने का प्रयास किया जा रहा है।

संदिग्धों की तलाश जारी-

एटीएस को संदेह है कि वजीहुद्दीन व अलीगढ़ से पूर्व में पकड़े गए आइएस आतंकी अब्दुल्ला अर्सलान ने मिलकर विस्फोटक व बम बनाने के अन्य उपकरण जुटाए थे। हालांकि उन्हें अब तक बरामद नहीं किया जा सका है। इसके साथ ही एटीएस अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र संगठन एसएएमयू  के माध्यम से वजीहुद्दीन के संपर्क में आए अन्य संदिग्धों  की तलाश में जुटी है। जिससे यूपी में फैल रही आइएस की जड़ों का काटा जा सके।

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