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दिल्ली एक्सपो में लगेगी मथुरा शैली से बनी बुद्ध की प्रतिमा

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18 से 20 मई तक देश की राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में तीन दिवसीय इंटरनेशनल म्यूजियम एक्सपो का आयोजन किया जा रहा है। इसी बीच एक खबर सामने आई है कि मथुरा संग्रहालय से कटरा केशव देव की खुदाई में मिली भगवान बुद्ध की प्रतिमा को भी प्रदर्शनी के लिए शामिल किया जाएगा। इसको लेकर प्रतिमा को दिल्ली भेज दी गई है। एक्सपो के समापन के बाद पुनः इसे वापस लाकर मथुरा संग्रहालय में रख दिया जाएगा। 

क्यों खास है यह प्रतिमा 

वैसे तो मथुरा का इतिहास काफी प्राचीन है और यह शहर भगवान श्री कृष्ण का जन्म स्थान भी है। इसके अतिरिक्त मथुरा हमेशा से अपने मूर्तिकला के लिए प्रसिद्ध रहा है। यहां पर सबसे अधिक जैन और बौद्ध धर्म से जुड़ी मूर्तियां मिली है। बताया जाता है कि भगवान बुद्ध की पहली मूर्ति मथुरा के कटरा केशव देव मंदिर से सन् 1860 में मिली थी। इसी प्रतिमा को दिल्ली में आयोजित होने वाले एक्सपो में प्रदर्शित किया जाएगा।

मान्यता है कि पहली मूर्ति कनिष्क के राज्यकाल में बनी थी। मथुरा के राजकीय संग्रहालय में कुषाण और गुप्तकालीन मथुरा शैली की अनेकों प्रतिमा हैं। यह संग्रहालय भगवान बुद्ध के मूर्तियों का केंद्र है। आपको बता दें कि इस म्यूजियम में भगवान बुद्ध की दो हजार वर्ष पुरानी मूर्तियां भी रखी गई हैं।

पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन 

आजादी के अमृत महोत्सव के दूसरे चरण के तहत इंटरनेशनल एक्सपो का आयोजन किया जा रहा है। 18 मई को अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस के अवसर पर  21 मई तक चलने वाले इस एक्सपो का उद्घाटन पीएम मोदी करेंगे। मथुरा संग्रहालय की मूर्ति को दिल्ली के प्रगति मैदान में प्रदर्शित होना गौरव की बात है। 

आजाद की पिस्तौल भी होंगी प्रदर्शित 

दिल्ली में आयोजित होने वाले इस एक्सपो में प्रयागराज संग्रहालय की कई ऐतिहासिक धरोहरों को प्रदर्शित किया जाएगा। इसको लेकर संग्रहालय के तरफ से प्रदर्शित होने वाली धरोहरों को '16 धरोहरें' नाम दिया गया हैं. जिसमें सबसे अधिक आकर्षण का केंद्र है शहीद चंद्रशेखर आजाद की पिस्तौल। इसके अतिरिक्त चंदेल रानी अक्का की ऐतिहासिक तलवार सहित कई अन्य धरोहरों को प्रदर्शित किया जाएगा। आपको बता दें कि इन सभी धरोहरों की असली रूप न भेजकर पीओपी से बनी आकृति को भेजी गई है। 

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