बड़ी खबरें
डायबिटीज और हृदय स्वास्थ्य के बीच एक गहरा संबंध है, जिसे अक्सर लोग नजरअंदाज कर देते हैं। जब खून में शुगर की मात्रा बढ़ती है, तो इसका असर केवल ग्लूकोज स्तर तक सीमित नहीं रहता, बल्कि यह पूरे कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम को प्रभावित कर सकता है। आइए समझते हैं कि कैसे ब्लड शुगर का उतार-चढ़ाव आपके दिल को नुकसान पहुंचा सकता है और इससे बचाव के उपाय क्या हो सकते हैं।
डायबिटीज और दिल का रिश्ता: खतरा दोगुना!
एक शोध के अनुसार, डायबिटीज से पीड़ित लोगों में सामान्य व्यक्तियों की तुलना में हृदय रोगों का खतरा दोगुना होता है।
डॉ. रजनीश मल्होत्रा, वाइस चेयरमैन एवं हेड-कार्डियक सर्जरी (सीटीवीएस), रोबोटिक सर्जरी, मैक्स हेल्थकेयर दिल्ली एंड एनसीआर के अनुसार, "खून में अधिक शुगर रक्त वाहिकाओं और उन नसों को नुकसान पहुंचा सकती है, जो दिल के सही कामकाज को नियंत्रित करती हैं।"
डायबिटीज के कारण बढ़ सकता है हृदय रोग का खतरा
यदि डायबिटीज को सही से नियंत्रित नहीं किया जाए, तो निम्नलिखित कारण हृदय रोग का खतरा बढ़ा सकते हैं:
हाई ब्लड प्रेशर – यह रक्त वाहिकाओं पर अतिरिक्त दबाव डालता है।
बैड कोलेस्ट्रॉल – नसों में प्लाक जमा कर रक्त प्रवाह को बाधित कर सकता है।
कैसे करें ब्लड शुगर को कंट्रोल?
डायबिटीज को सही तरीके से मैनेज करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने जरूरी हैं। इन उपायों से न केवल ब्लड शुगर कंट्रोल में रहेगा, बल्कि हृदय रोग का खतरा भी कम होगा।
सैचुरेटेड और ट्रांस फैट्स से बचें – ये कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ाकर दिल की बीमारी का खतरा बढ़ा सकते हैं।
हरी पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज और प्रोटीन युक्त भोजन करें – इससे ब्लड शुगर को स्थिर रखा जा सकता है।
प्लेट में सही अनुपात रखें – कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और हेल्दी फैट का सही संतुलन बनाएं।
मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए व्यायाम जरूरी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, हर सप्ताह कम से कम 150 मिनट की मध्यम तीव्रता वाली शारीरिक गतिविधि करें।
ब्रिस्क वॉक, साइकिलिंग और योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
सीजीएम (Continuous Glucose Monitoring) उपकरणों का उपयोग करें, ताकि ब्लड शुगर लेवल पर लगातार नजर रखी जा सके।
दिन में कम से कम 17 घंटे ग्लूकोज लेवल को 70 – 180 mg/dl की सीमा में बनाए रखने की कोशिश करें।
धूम्रपान रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाकर हृदय रोग के खतरे को बढ़ा सकता है।
शराब का अधिक सेवन डायबिटीज की दवाओं के असर को कम कर सकता है और ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित कर सकता है।
अधिक तनाव से शरीर में ऐसे हार्मोन बनते हैं, जो ब्लड शुगर को बढ़ा सकते हैं।
योग, ध्यान, डांस, संगीत सुनना और अपनों के साथ समय बिताने से तनाव को कम किया जा सकता है।
दिल की सेहत के लिए डायबिटीज का सही प्रबंधन जरूरी
डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, ब्लड शुगर की निगरानी, धूम्रपान और शराब से दूरी और तनाव प्रबंधन बेहद जरूरी है। यह कदम न केवल डायबिटीज को मैनेज करने में मदद करेंगे बल्कि हृदय रोग के खतरे को भी कम करेंगे। अपनी सेहत को प्राथमिकता दें और समय-समय पर डॉक्टर की सलाह लें, ताकि आप एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकें।
Baten UP Ki Desk
Published : 25 February, 2025, 3:10 pm
Author Info : Baten UP Ki