बड़ी खबरें

आईपीएस अधिकारी पराग जैन होंगे नए रॉ प्रमुख, 'ऑपरेशन सिंदूर' में निभाई थी अहम भूमिका 15 घंटे पहले भगवान जगन्नाथ का रथ पहुंचा गुंडीचा मंदिर, नौ दिवसीय वार्षिक प्रवास करेंगे शुरू 15 घंटे पहले आचार्य विद्यानंद जी महाराज का शताब्दी समारोह; पीएम मोदी को 'धर्म चक्रवर्ती' की उपाधि से नवाजा गया 14 घंटे पहले Bihar Election : 26 जिलों के 42 नगरपालिकाओं में निकाय चुनाव संपन्न, पहली बार 70 फीसदी लोगों ने की ई वोटिंग 10 घंटे पहले

CM योगी ने पौधे लगाकर 5 करोड़ पौधरोपण एवं अमृत स्तंभ का किया लोकार्पण

Blog Image

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब प्रकृति सुरक्षित रहेगी तो परमात्मा की कृपा भी बनी रहेगी और हम आपदा से मुक्त रहेंगे। यह हरे भरे पौधे ही हम सबको प्रकृति व परमात्मा के साथ जोड़ने का माध्यम बनेंगे। सीएम ने कहा कि भारतीय मनीषा की क्या दृष्टि रही होगी कि भारत ने प्राचीन काल से ही इसे मान्यता दी है। हरिशंकरी के रूप में तीन पवित्र पौधों पीपल पाकड़ और बरगद को जोड़ा गया है। देवी के रूप में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने तीन पौधे आम नीम व एक अन्य पौधे लगाए। 

अमृत स्तंभ का CM किया लोकार्पण -

नक्षत्र वाटिका यानी 17 नक्षत्र व नवग्रह वाटिका यानी नौ ग्रहों के नाम पर भी पेड़ हैं। यह भारत की गौरवशाली परंपरा है। अमृत वाटिका देश की आजादी के शताब्दी वर्ष में हमें नए संकल्प के साथ जोड़ने का आह्वान कर रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ यह बातें वृक्षारोपण जन अभियान 2023 के अंतर्गत 5 करोड़ पौधारोपण का शुभारंभ करते हुए कहीं। इस दौरान गोमती तट पर झूले लाल वाटिका के निकट अमृत वाटिका में वृक्षारोपण एवं अमृत स्तंभ का लोकार्पण भी किया गया। 

प्रकृति से खिलवाड़ करोगे तो उसके दुष्परिणाम से नहीं बच पाओगे-

सीएम योगी ने कहा कि 1 महीने के अंदर देश के अलग-अलग भागों में अतिवृष्टि के कारण व्यापक जन धन हानि हुई है। सीएम ने कहा कि जब प्रकृति से खिलवाड़ करेंगे तो उसके दुष्परिणाम से बच नहीं पाएंगे। हिमाचल में और उत्तराखंड में प्रकृति का तांडव देखा ही है। अमृत वाटिका अच्छा प्रयास है अमृत वाटिका के बहाने ही सही हमने पर्यावरण को बचाने के नए संकल्प के साथ जुड़ने का अवसर प्राप्त हुआ है। सीएम ने कहा कि विकास प्राधिकरण ने अमृत स्तंभ का चयन लखनऊ की प्राण गोमती नदी के तट पर मनकामेश्वर वॉर्ड में नए संकल्प के साथ स्थापित किया। मुख्य सचिव ने अमृत स्तंभ का परिचय दिया।

अमृत स्तंभ के बारे में दी गई जानकारी-

मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने अमृत स्तंभ के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कैसे 75  की संख्या को किसी न किसी रुप में उससे जुड़ने की बात बताई गई। चाहे वह अमृत कलश की बात हो या स्तंभ की बात हो। या स्तंभ की ऊंचाई हो या अलग-अलग कोनों को देखेंगे तो इन सबके साथ इस संख्या को जोड़ने का कार्य हुआ है। अमृत स्तंभ में पहली सीढ़ी 75 सेमी. की पांच सीढ़ी, अगली सीढ़ी भी 75 सेमी., बेस भी 75 सेमीं. स्तंभ 7.5 मीटर, अमृत कलश भी कलश भी 75 सेमी  का है। उन्होंने बताया कि पीएम के पंच प्रण को याद करने के लिए पंच कोना में अमृत वाटिका बनाई गई है। इसमें 75 पौधे लगाए गए हैं।
इस मौके पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, महापौर सुषणा र्खकवाल, विधायक नीरज बोरा सहित कई लोग उपस्थित थे।

 

 

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें