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दुनिया में ये कारनामा हुआ पहली बार! बिना ड्राइवर के सीधे खरीदार के घर पहुंची कार...

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दुनिया ने ऑटोमोबाइल इतिहास का एक नया अध्याय देखा जब टेस्ला की फुली ऑटोनॉमस (पूरी तरह स्वचालित) कार 'मॉडल Y' फैक्ट्री से खुद चलकर बिना किसी ड्राइवर या रिमोट कंट्रोल के सीधे ग्राहक के घर पहुंच गई। यह ऐतिहासिक डिलीवरी दुनिया के सबसे अमीर उद्योगपति एलन मस्क के जन्मदिन के दिन हुई, जिसे कंपनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर वीडियो के साथ साझा किया।

क्या है खास इस कार में?

यह पहली बार है जब किसी ग्राहक को कार बिना किसी ड्राइवर के सीधे घर पर डिलीवर की गई। यह इलेक्ट्रिक SUV, जो सिग्नल पर रुकती है, लोगों और वाहनों को पहचानकर आगे बढ़ती है, AI, सेंसर, कैमरे, रडार और लिडार जैसी अत्याधुनिक तकनीकों से लैस है।

हाईवे पर 116kmph की स्पीड से दौड़ी कार

टेस्ला के AI और ऑटोपायलट हेड अशोक एलुस्वामी ने बताया कि कार ने हाईवे पर 72 मील प्रति घंटे (116 किमी/घंटा) की टॉप स्पीड भी हासिल की। यह मॉडल Y, जिसे पहली बार 2019 में लॉन्च किया गया था, अब फुली सेल्फ-ड्राइविंग फीचर के साथ उपलब्ध है। इसकी शुरुआती कीमत करीब 34 लाख रुपए है।

मस्क की बड़ी योजना: ड्राइवरलेस टैक्सी फ्लीट

इस डिलीवरी से पहले 22 जून को टेस्ला ने अमेरिका के ऑस्टिन शहर में रोबोटैक्सी सर्विस भी शुरू की थी, जहां कारें अपने आप चल रही थीं लेकिन सेफ्टी के लिए एक एक्सपर्ट बैठा था। हर राइड की कीमत $4.20 (करीब ₹364) रखी गई है। मस्क ने जल्द ही इसे अन्य शहरों में फैलाने का वादा भी किया है।

दो और प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही टेस्ला:

1. साइबरकैब:

  • बिना स्टीयरिंग और पैडल की दो सीटर सेल्फ-ड्राइव टैक्सी

  • कीमत: $30,000 (लगभग ₹25 लाख)

  • चार्जिंग के लिए वायरलेस तकनीक

  • अनुमानित कॉस्ट: ₹16 प्रति 1.6 किमी

2. रोबोवैन:

  • 20 लोगों को ले जाने में सक्षम

  • स्पोर्ट्स टीम्स और ग्रुप ट्रैवल के लिए डिज़ाइन

  • बड़ी कैपेसिटी के साथ स्मार्ट ट्रांसपोर्टेशन सॉल्यूशन

टेस्ला vs वायमो: सेल्फ-ड्राइविंग की रेस

हालांकि, गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट की वायमो पहले से सैन फ्रांसिस्को और लॉस एंजेलिस जैसे शहरों में 1500 से ज्यादा ड्राइवरलेस गाड़ियां चला रही है। लेकिन मस्क की योजना इसे हर रोज़ की जिंदगी का हिस्सा बनाने की है — जहां टेस्ला मालिक भी अपनी कार टैक्सी के रूप में इस्तेमाल कर सकें।

मस्क बोले: "10 साल की मेहनत का नतीजा

इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर मस्क ने कहा कि यह कार और रोबोटैक्सी सर्विस टेस्ला की AI और सॉफ्टवेयर टीम की 10 साल की मेहनत का परिणाम है। कंपनी ने अपनी खुद की AI चिप्स और सॉफ्टवेयर विकसित किए हैं, जो दुनिया में ड्राइवरलेस ट्रांसपोर्ट को नया आयाम दे सकते हैं।

ड्राइवरलेस कार नहीं, भविष्य का ट्रैफिक सिस्टम है टेस्ला

टेस्ला की यह पहल सिर्फ एक तकनीकी चमत्कार नहीं, बल्कि आने वाले वक्त की झलक है — जहां ड्राइवरलेस, स्मार्ट और सुरक्षित ट्रांसपोर्टेशन आम जिंदगी का हिस्सा होगा। मस्क की यह चाल न केवल ऑटो इंडस्ट्री, बल्कि शहरी जीवन के हर पहलू को बदलने की क्षमता रखती है।

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