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जीवनशैली से जुड़ी बीमारियां अब केवल उम्रदराज लोगों की समस्या नहीं रह गई हैं। एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, धूम्रपान, शराब और मोटापे के “ट्रिपल अटैक” ने युवाओं की सेहत को गंभीर खतरे में डाल दिया है। इंग्लैंड में किए गए एक सर्वेक्षण में सामने आया है कि हर 50 में से एक वयस्क व्यक्ति असमय मृत्यु के खतरे से जूझ रहा है – और इसके पीछे मुख्य वजह हैं ये तीन आदतें। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेताया है कि ये समस्याएं अब वैश्विक हो चुकी हैं, और यदि इनपर ध्यान नहीं दिया गया तो ये आने वाले वर्षों में सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था पर और बड़ा बोझ बन सकती हैं।
असमय मृत्यु के पीछे तीन प्रमुख कारण
विशेषज्ञों के अनुसार, धूम्रपान की लत, अत्यधिक शराब सेवन और बढ़ता मोटापा – ये तीनों कारक न सिर्फ गंभीर बीमारियों की जड़ हैं, बल्कि अब समय से पहले मौत के प्रमुख कारण भी बनते जा रहे हैं। कैंसर, हृदय रोग और मधुमेह जैसी नॉन कम्युनिकेबल डिजीज़ (NCDs) का खतरा इनसे कई गुना बढ़ जाता है।
चैरिटी एक्शन ऑन स्मोकिंग एंड हेल्थ (ASH) द्वारा किए गए सर्वेक्षण में सामने आया कि इंग्लैंड में करीब 10 लाख लोग ऐसे हैं जिनमें यह तीनों जोखिम एक साथ मौजूद हैं। इन लोगों का बॉडी मास इंडेक्स (BMI) 25 से अधिक है, वे सप्ताह में 14 यूनिट से अधिक शराब पीते हैं और नियमित तंबाकू का सेवन करते हैं।
चौंकाने वाले आंकड़े
2.2% वयस्क – तंबाकू, शराब और मोटापे के तीनों जोखिमों के साथ जी रहे हैं
22% लोग – इनमें से दो जोखिमों का सामना कर रहे हैं
73.6% वयस्क – कम से कम एक गंभीर स्वास्थ्य जोखिम से ग्रस्त हैं
प्रोफेसर सर इयान गिलमोर, जो अल्कोहल हेल्थ अलायंस के अध्यक्ष हैं, ने कहा, “यह बेहद गंभीर संकेत है कि लाखों लोग तंबाकू, शराब और अस्वास्थ्यकर भोजन के कारण समय से पहले मौत के मुहाने पर हैं।”
जीवन प्रत्याशा (Life Expectancy) पर प्रभाव
विशेषज्ञों के अनुसार:
लगातार धूम्रपान करने वाले लोगों की जीवन प्रत्याशा करीब 10 साल तक घट जाती है।
ग्रेड 3 मोटापे (BMI 40+) वाले व्यक्ति के लिए भी यही खतरा बना रहता है।
यदि ये सभी तीन जोखिम एक साथ हों, तो यह उम्र में करीब 20 साल की कटौती जैसा असर डाल सकता है।
हालांकि यह सर्वे इंग्लैंड पर केंद्रित था, लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि ये ट्रेंड अब वैश्विक बन चुका है। भारत जैसे देशों में भी युवाओं में धूम्रपान, शराब सेवन और फास्ट फूड के कारण मोटापे की दर तेजी से बढ़ रही है। हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. विनय चतुर्वेदी कहते हैं, “यह समय है जब युवाओं को खुद के स्वास्थ्य के प्रति जिम्मेदार बनने की जरूरत है। ट्रिपल अटैक को हल्के में लेना जानलेवा हो सकता है।”
समाधान क्या है?
धूम्रपान छोड़ें – तंबाकू का सेवन पूरी तरह बंद करना ही सबसे बड़ा बचाव है।
शराब सीमित करें – सप्ताह में 14 यूनिट से अधिक न लें।
वजन नियंत्रित रखें – स्वस्थ डाइट और नियमित व्यायाम से BMI 25 से नीचे रखें।
स्वास्थ्य जांच – साल में कम से कम एक बार ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रॉल और बीपी की जांच कराएं।
इंग्लैंड की यह रिपोर्ट न सिर्फ एक चेतावनी है, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक आईना है। यदि हम अपनी जीवनशैली में बदलाव नहीं लाते, तो आज की युवा पीढ़ी अपने माता-पिता से पहले बीमार और बूढ़ी होती जाएगी – और शायद दुनिया से जल्दी भी चली जाएगी।
Baten UP Ki Desk
Published : 30 June, 2025, 1:49 pm
Author Info : Baten UP Ki