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यूपी के इस जिले में लगाई जाएंगी किसान पाठशालाएं, एक्सपर्ट से सीखेंगे अधिक उपज और मुनाफे का मंत्र

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जिले के किसानों के लिए एक बड़ी सौगात लेकर आई है योगी सरकार। हर ग्राम पंचायत में किसान पाठशालाओं का आयोजन किया जाएगा, जहां किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों और सरकारी योजनाओं के लाभ के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसका मुख्य उद्देश्य कम लागत में अधिक उपज और मुनाफा सुनिश्चित करना है।

हर ग्राम पंचायत में होगी पाठशाला-

फिरोजाबाद जिले की 260 ग्राम पंचायतों में 4 दिसंबर से 13 दिसंबर, 2024 तक किसान पाठशालाएं आयोजित की जाएंगी। उप कृषि निदेशक सत्येंद्र प्रताप सिंह के अनुसार, इन पाठशालाओं में किसानों को खेती के आधुनिक तरीकों और बाजार की मांग के अनुरूप फसल चयन के महत्व के बारे में जागरूक किया जाएगा।

प्रगतिशील किसानों का अनुभव बनेगा प्रेरणा-

इस कार्यक्रम की खास बात यह होगी कि किसानों को प्रशिक्षित करने के लिए प्रगतिशील और अग्रणी किसान भी शामिल होंगे। उनके अनुभव और सुझाव अन्य किसानों के लिए एक प्रेरणा का काम करेंगे, जिससे वे आत्मनिर्भर और बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकें।

ये जानकारियां दी जाएंगी किसान पाठशालाओं में

  • बाजार की मांग के अनुसार फसल का चयन
    किसानों को बताया जाएगा कि किस फसल की अधिक मांग है और कम लागत में इसे उगाकर अधिक मुनाफा कैसे कमाया जा सकता है।

  • खेती के अलावा अन्य विकल्पों पर जोर
    पाठशालाओं में किसानों को पशुपालन, बागवानी, मत्स्य पालन, और गौ आधारित प्राकृतिक खेती के महत्व के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।

  • नवीन तकनीकों का परिचय

    • नैनो यूरिया का उपयोग और लाभ।
    • मृदा स्वास्थ्य सुधार के तरीके।
    • कृषि यंत्रों के उपयोग की जानकारी।
  • सरकारी योजनाओं से जुड़ाव-

किसानों को फसल बीमा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, और कृषक उत्पादन संगठन जैसे सरकारी कार्यक्रमों का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
कृषि के साथ समग्र विकास पर जोर

इन पाठशालाओं में केवल खेती-किसानी की बात नहीं होगी, बल्कि किसानों को उनकी समग्र आर्थिक उन्नति के लिए तैयार किया जाएगा।

  • बागवानी और मत्स्य पालन जैसी गतिविधियां आर्थिक स्थिरता का माध्यम बनेंगी।
  • गौ आधारित खेती से प्राकृतिक संसाधनों का बेहतर उपयोग होगा।

किसानों में आत्मविश्वास बढ़ाने की कोशिश

पाठशालाओं के जरिए किसानों को उनके ही बीच के सफल किसानों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। इसका उद्देश्य केवल तकनीकी ज्ञान देना ही नहीं, बल्कि उनमें आत्मविश्वास जगाना भी है। सरकार का यह कदम निश्चित रूप से किसानों को सशक्त और आर्थिक रूप से मजबूत बनाएगा। अधिक जानकारी के लिए अपने क्षेत्र के कृषि अधिकारी से संपर्क करें।

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