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"ब्रांड बनारस" के रूप में तेजी से डेवलप होता "काशी"

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कर्मभूमि वाराणसी शहर जितना अपनी प्राचीनता के लिए जाना जाता है उतना ही अब यह शहर आधुनिकता के लिए भी विश्व में अपनी पहचान बना रहा है। शहर के मूल रूप में बिना किसी बदलाव के आधुनिकता के साथ तालमेल बिठाते हुए वाराणसी अभी और भी स्मार्ट हो रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में शहर को स्मार्ट बनाने के लिए और यहां ज़रूरी सुविधाओं में सुधार करते हुए एडवांस तकनीक से इसे लैस करने का काम लगातार जारी है। ब्रांड बनारस के रूप में तेजी से काशी के डेवलपमेंट की चर्चा अब चारों तरफ हो रही है। 

अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम का निर्माण जारी 
साल 2017 के बाद से ही उत्तर प्रदेश में योगी सरकार लगातार वाराणसी को स्मार्ट बनाने के लक्ष्य पर काम कर रही है। साल 2018 में वाराणसी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत करीब 1017।69 करोड़ (10 अरब) की योजना को स्वीकृत किया गया था जिसमें शहर में कई महत्वपूर्ण बदलाव होने थे। अब यह कार्य पूरा कर लिया गया है। वहीँ 329 करोड़ की करीब 3 परियोजनाओं का काम जारी है जिसे 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें सिगरा स्पोर्ट स्टेडियम को मॉडर्न टेक्नोलॉजी से युक्त कर यहां अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम का निर्माण किया जा रहा है।  

IDPS के तहत बिजली के तार हुए भूमिगत 
साल 2014 में जब नरेंद्र मोदी वाराणसी सांसद और देश के प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने 2016 में शुरू की गई एकीकृत विद्युत विकास योजना (IPDS) के तहत शहर को बिजली के तार से मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया था। योजना के तहत वाराणसी में 2294।91 किलोमीटर अव्यवस्थित तारों को भूमिगत कर शहर को तारों के जाल से मुक्त किया गया। 

पार्किंग से लेकर पार्कों का हुआ कायाकल्प 
प्रदेश सरकार द्वारा वाराणसी को स्मार्ट करने की कवायद में यहां अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर ‘रुद्राक्ष’, मॉडर्न सर्विसेज के लैस नमो घाट की स्थापना, बनारस की तंग गलियों को ट्रैफिक की समस्या से छुटकारा दिलाती कई आधुनिक पार्किंग, सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एडवांस सर्विलांस सिस्टम, इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की शुरुआत की गई। इसके अलावा यहां स्थित आज़ादी के पहले के स्कूलों का कायाकल्प किया गया है, छोटी-छोटी गलियों की मरम्मत और सुधार कार्य, ओपन जिम, सभी पौराणिक तालाब, कुंड और पार्कों का सुंदरीकरण, घाटों पर फसाड लाइटिंग और इन घाटों का महत्त्व बताने के लिए साइनेज बोर्ड लगाया गया हैं। वाराणसी में काशी विश्वनाथ की आरती और गंगा आरती का शहर में लाइव प्रसारण, इलेक्ट्रिक बस और इसके लिए चार्जिंग स्टेशन की व्यवस्था, शहर में कुछ ख़ास स्थानों पर फ्री वाईफाई की सुविधा, दशाश्वमेध घाट पर टूरिस्ट के लिए सुविधा और मार्किट काम्प्लेक्स का निर्माण प्रोजेक्ट के तहत किया गया है।

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