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यूपी में हुआ रिकॉर्ड GST कलेक्शन, रजिस्ट्रेशन में भी राज्य सबसे आगे

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उत्तर प्रदेश ने GST कलेक्शन में रिकॉर्ड कायम किया है। इसकी जानकारी सीएम योगी आदित्यनाथ ने दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में अब तक 37 हजार करोड़ से अधिक का  GST संग्रह हो चुका है। सीएम ने कहा है कि GST रिटर्न दाखिल करना हर व्यापारी का कर्तव्य है। सीएम योगी ने अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में राज्य में कर विभाग की समीक्षा कर राजस्व संग्रह अभिवृद्धि के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
 
GST/VAT संग्रह में हो रही बढ़ोतरी-

सीएम ने कहा कि समेकित प्रयासों से प्रदेश में जीएसटी /वैट संग्रह में सतत बढ़ोत्तरी हो रही है। वर्ष 2021-22 में 98,107 करोड़ का राजस्व संग्रह हुआ था जो वर्ष 2022-23 में बढ़कर 1,07406 करोड़ हो गया है। साथ ही सीएम ने बताया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में अब तक 37 हजार करोड़ से अधिक का GST संग्रह हो चुका है। वर्ष 2023-24 के लिए 1.50 लाख करोड़ संग्रह के लक्ष्य के साथ मिशन मोड में नियोजित प्रयास किए जाएं। उत्तर प्रदेश में GST में पंजीकृत व्यापारियों की संख्या देश में सबसे अधिक है। वर्ष 2022-23 में 3.43 लाख नए पंजीयन हुए, जबकि  वर्ष 2023-24 में  अप्रैल से जुलाई तक 01 लाख नए पंजीयन हो चुके हैं। पंजीयन आधार को अधिकाधिक बढ़ाने का प्रयास निरंतर जारी रखा जाए।

95 फीसदी से अधिक रिटर्न दाखिला-

मुख्यमंत्री ने कहा कि GST रिटर्न दाखिल करना हर व्यापारी का कर्तव्य है। यह सुखद है कि उत्तर प्रदेश रिटर्न दाखिल करने में देश में अग्रणी राज्यों मे है। रिटर्न दाखिल होने की देय तिथि के बाद नॉनफाइलर की टर्नओवर नियमित समीक्षा से रिटर्न दाखिला 95 फीसदी से अधिक हो गया है। व्यापारियों को रिटर्न दाखिल करने के बारे में विधिवत प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि  GST की कर प्रणाली में समस्त कार्य ऑनलाइन किए जाने से अनेक प्रकार के डाटा प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा, इनका आईटी टूल्स Artificial Intelligence के उपयोग से डाटा विश्लेषण करते हुए राजस्व संग्रह के लिए प्रयास किया जाना चाहिए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्व की चोरी रोकने के लिए टीम में दक्ष और कर्मठ अधिकारियों को शामिल किया जाना चाहिए।

 

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