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अमेरिका के बांग्लादेश पर 35% टैरिफ से भारत को कितना होगा फायदा? टेक्सटाइल शेयरों में भी आई इतनी उछाल!

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अमेरिका द्वारा बांग्लादेश के वस्त्र निर्यात पर 35% टैरिफ लगाने की घोषणा ने वैश्विक टेक्सटाइल बाजार में हलचल मचा दी है। इस कदम का सीधा फायदा अब भारत को मिल सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित इस टैरिफ के चलते भारतीय टेक्सटाइल कंपनियों के शेयरों में सोमवार को 8% तक की तेजी देखी गई। गोकुलदास एक्सपोर्ट्स, वर्धमान टेक्सटाइल्स, केपीआर मिल और अरविंद लिमिटेड जैसी कंपनियों को प्रमुख लाभ मिल सकता है।

क्या है मामला?

ट्रंप प्रशासन का कहना है कि बांग्लादेश के साथ अमेरिका का व्यापार घाटा बहुत अधिक है और वह अपने बाजार को अमेरिकी सामानों के लिए खोलने को तैयार नहीं है। इसी के जवाब में अमेरिका ने बांग्लादेश से आयातित सभी वस्तुओं पर 35% टैरिफ लगाने का फैसला लिया है, जो 1 अगस्त 2025 से लागू होगा।

भारत को क्यों मिलेगा फायदा?

बांग्लादेश फिलहाल अमेरिका के रेडीमेड गारमेंट मार्केट में 9% हिस्सेदारी रखता है, जबकि भारत की हिस्सेदारी केवल 6% है। बांग्लादेश पर टैरिफ लगने से वहां से आयात महंगा हो जाएगा, जिससे अमेरिकी खरीदार विकल्प के तौर पर भारत की ओर रुख कर सकते हैं। यदि भारत और अमेरिका के बीच कोई द्विपक्षीय व्यापार समझौता होता है, तो भारत को और भी बड़ा फायदा हो सकता है।

टेक्सटाइल शेयरों में तेजी

इस घटनाक्रम का असर सोमवार को शेयर बाजार में भी दिखा।

  • गोकुलदास एक्सपोर्ट्स और वर्धमान टेक्सटाइल्स के शेयरों में करीब 8% की तेजी आई।

  • केपीआर मिल और अरविंद लिमिटेड के शेयरों में 2% की बढ़त देखी गई।

बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था को झटका

यह टैरिफ बांग्लादेश के लिए आर्थिक झटका साबित हो सकता है, क्योंकि उसकी 80% निर्यात आधारित अर्थव्यवस्था टेक्सटाइल सेक्टर पर निर्भर है। अमेरिका उसका सबसे बड़ा निर्यात बाजार है। इस फैसले से बांग्लादेश में फैक्ट्रियां बंद हो सकती हैं और लाखों कामगारों की नौकरियों पर खतरा मंडरा सकता है।

भारत के लिए अवसर की घड़ी

भारत के टेक्सटाइल सेक्टर के लिए यह अवसर है खुद को अमेरिकी बाजार में एक मजबूत विकल्प के रूप में स्थापित करने का। हालांकि, इसके लिए सरकार को रणनीतिक समर्थन, व्यापारिक समझौते और लॉजिस्टिक्स में सुधार की आवश्यकता होगी। अगर यह मौके को सही ढंग से भुनाया गया, तो भारत वैश्विक गारमेंट हब बनने की दिशा में एक बड़ा कदम आगे बढ़ा सकता है।

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