बड़ी खबरें

उत्तराखंड के बाद हिमाचल के किन्नौर में बादल फटा:कैलाश यात्रा रुकी 3 घंटे पहले उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में बारिश से सड़कों पर भरा पानी 3 घंटे पहले रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं, 5.5% पर बरकरार; अगस्त एमपीसी बैठक के बाद बोले गवर्नर संजय मल्होत्रा 3 घंटे पहले लोकसभा-राज्यसभा 12 बजे तक स्थगित; पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को दी गई श्रद्धांजलि 3 घंटे पहले Bareilly में सीएम योगी बोले- 2017 से पहले नौकरियों की होती थी डकैती, चाचा-बबुआ करते थे वसूली एक घंटा पहले

क्या AI की वजह से IT सेक्टर की नौकरियों में आई गिरावट? इस फील्ड में हुई बढ़ोतरी...

Blog Image

भारत में नौकरियों के परिदृश्य में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। जहां एक ओर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) जैसे उभरते तकनीकी क्षेत्रों में भर्तियों में 25% की सालाना वृद्धि दर्ज की गई है, वहीं दूसरी ओर पारंपरिक सूचना प्रौद्योगिकी (IT) क्षेत्र में 5% की गिरावट देखी गई है।

ये शहर बने तकनीकी प्रतिभा के नए केंद्र

यह जानकारी नौकरी डॉट कॉम की जॉबस्पीक रिपोर्ट में सामने आई है, जो देशभर की भर्तियों और नियुक्ति गतिविधियों का विश्लेषण करती है। रिपोर्ट के अनुसार, हैदराबाद और कोच्चि जैसे शहरों में भर्तियों में क्रमशः 7% और 8% की वृद्धि देखी गई, जबकि पुणे में यह दर 4% रही। एआई और एमएल जैसी तकनीकों में महानगरों में वरिष्ठ पेशेवरों की मांग भी स्थिर बनी हुई है।

कैसा है अन्य क्षेत्रों का हाल?

जहां रियल एस्टेट (5%) और बीमा क्षेत्र (6%) में मामूली तेजी रही, वहीं खुदरा, दूरसंचार, बैंकिंग, वित्त और ब्रोकिंग जैसे पारंपरिक उद्योगों में 8-9% तक की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं में सक्रिय यूनिकॉर्न कंपनियों ने इन विपरीत हालात में भी 29% की नियुक्ति वृद्धि दिखाई है, जो एक सकारात्मक संकेत है।

हरित क्षेत्र: भविष्य की नई आशा

सिर्फ तकनीकी क्षेत्र ही नहीं, बल्कि हरित क्षेत्र (Green Sector) भी नौकरियों का अगला बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। एनएलबी सर्विसेज की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2027-28 तक 72.9 लाख नई नौकरियां हरित क्षेत्रों में जुड़ सकती हैं। इनमें नवीकरणीय ऊर्जा, कचरा प्रबंधन, इलेक्ट्रिक वाहन, टिकाऊ वस्त्र और हरित निर्माण जैसे उद्योग शामिल हैं। रिपोर्ट यह भी संकेत देती है कि हरित बदलाव अब केवल पर्यावरणीय मजबूरी नहीं, बल्कि कॉरपोरेट प्राथमिकता बनती जा रही है। यही कारण है कि भारत में 2047 तक हरित उद्योगों में 3.5 करोड़ से अधिक नौकरियां उत्पन्न होने की संभावना है।

एआई और हरित क्षेत्रों में उभरते अवसर

भले ही पारंपरिक आईटी क्षेत्र में नियुक्तियों की गति थोड़ी धीमी हुई हो, लेकिन एआई, एमएल और हरित क्षेत्रों में बढ़ती संभावनाएं यह दिखाती हैं कि भारत का रोजगार बाजार बदलाव के दौर में है। ऐसे में स्किल डेवलपमेंट और तकनीकी कौशल में निवेश करना आज की जरूरत है, ताकि युवा पीढ़ी इस परिवर्तन में न सिर्फ टिके, बल्कि नेतृत्व भी कर सके।

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें